जालंधर (अरोड़ा) :- श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित करते हुए डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी में रक्तदान कैंप आयोजित किया गया। यह कैंप एनएसएस के रेड रिबन क्लब, एनसीसी और फार्मेसी विभाग के संयुक्त प्रयास से, नॉलेज विला इंटीग्रेटेड एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से लगाया गया। कैंप का उद्घाटन यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. मनोज कुमार और रजिस्ट्रार प्रो. संजीव कुमार अरोड़ा ने किया। इस अवसर पर कुलपति ने कहा, “गुरु तेग बहादुर साहिब जी की महान शहादत हमें हिम्मत, दया और निःस्वार्थ सेवा के मूल्य सिखाती है। आज का रक्तदान कैंप उनकी इन्हीं शिक्षाओं को याद करने का एक छोटा प्रयास है।” रजिस्ट्रार ने कहा, “जीवन बचाने जैसे पुण्य कार्य के माध्यम से शहीदी दिवस मनाना छात्रों को गुरु साहिब की मानवीय शिक्षाओं से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।”



कैंप का संचालन डॉ. समृति खोसला (एनएसएस संयोजक), डॉ. विद्या पांडे (रेड रिबन क्लब इंचार्ज), डॉ. अहमद हुसैन (एनसीसी) और डॉ. सुधीर कुमार (डीन, फार्मेसी विभाग) की देखरेख में किया गया। एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारियों ने पूरे दिन कैंप के प्रबंधन को सुचारू रूप से संभाला। नॉलेज विला की अनुभवी चिकित्सा टीम ने दाताओं की जाँच और रक्त संग्रह की प्रक्रिया को संभाला। कैंप में लगभग 100 यूनिट रक्त एकत्र किया गया, जो यूनिवर्सिटी की सामाजिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एनसीसी, एनएसएस और फार्मेसी विभाग के छात्र स्वयंसेवकों ने दाताओं की सहायता, पंजीकरण और कैंप के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी मेहनत और समर्पण से ही यह कैंप सफल हो पाया। डीएवी यूनिवर्सिटी ने सभी रक्तदाताओं, स्वयंसेवकों और सहयोगी संस्थाओं का धन्यवाद किया, जिन्होंने गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को इस सेवा-कार्य के माध्यम से विशेष और यादगार बनाया।
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