जालंधर/अरोड़ा- अर्बन एस्टेट और आसपास के इलाकों के लोगों को हर दिन सड़कों पर एक भयावह अनुभव से गुजरना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि अर्बन एस्टेट फेज़ -1 और फेज़-2 को जोड़ने वाली रेलवे क्रॉसिंग C7 को लंबे समय तक बंद रखा जाता है। इसके साथ ही C9, C10, C12 और C13 भी लंबे अंतराल के लिए बंद रहते हैं। इस वजह से पूरा यातायात जाम हो जाता है और जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सबसे बड़ी कठिनाई यह है कि C7 को नकोदर से रेलगाड़ी के निकलने से पहले ही बंद कर दिया जाता है। जब तक रेलगाड़ी वास्तव में पहुँचती है, तब तक लोग लगभग एक घंटे, कभी-कभी उससे भी ज़्यादा समय तक सड़कों पर फँसे रहते हैं। C5 की ओर मोड़ा जाने वाला ट्रैफ़िक भी पूरी तरह से जाम हो जाता है। हॉर्न, लोगों की भीड़, चीख-पुकार और लाचारी- यही नज़ारा हर दिन देखने को मिलता है।
हालात का कड़वा सच:
- स्कूल बसें काफ़ी देर तक फँसी रहती ।
- छोटे बच्चे बसों के अंदर डरे-सहमे रहते या रो रहे होते ।
- उन्हें शौचालय जाने के लिए कोई रास्ता नहीं होता।
- माता-पिता क्रॉसिंग के पास बेबस खड़े रहते।
- एम्बुलेंस में मरीज़ बिना किसी राहत के फँसे रहते।
- एक दूसरे पर क्रोध और लड़ाई- झगड़े आम हो रहे हैं।
- लोग काम पर, अस्पताल और स्कूल देर से पहुँच रहे हैं।
- बुज़ुर्ग और महिलाएँ ट्रैफ़िक में बीमार और लाचार महसूस करती हैं।
- लोगों का कहना है कि बाज़ार जाना भी एक सज़ा बन गई है। दस मिनट का सफ़र अब एक घंटे का लग रहा है। लोग थके हुए और गुस्से में हैं। कई लोग प्रार्थना कर रहे हैं कि कोई आपात स्थिति न आए, क्योंकि किसी को नहीं पता कि एम्बुलेंस कैसे गुज़रेगी।
 स्कूल और प्रभावित जनता की ओर से बोलते हुए, मेयर वर्ल्ड स्कूल के परिवहन प्रबंधक, राजेश शर्मा ने कहा:
 “हम हर दिन इस समस्या का सामना कर रहे हैं। लंबे समय तक फँसे रहने के कारण बच्चे थके हुए स्कूल आते हैं और थके हुए ही स्कूल से जाते हैं। कभी-कभी बच्चे अपने निश्चित गंतव्य तक पहुंचते हुए इतने थक जाते हैं कि रोने लगते हैं। माता-पिता बार-बार फ़ोन करके पूछते हैं कि क्या उनका बच्चा ठीक है? रोज़ाना ऐसी तनावपूर्ण स्थितियों को संभालना बहुत मुश्किल हो जाता है।”
 आम जनता की एक बहुत ही छोटी सी मांग है कि सड़क पर सामान्य आवाजाही हो।। वे रेलवे और प्रशासन से थोड़ी समझदारी और मानवता दिखाने की अपील कर रहे हैं।
 निवासियों और अभिभावकों की माँग है:
 रेलवे फाटक केवल रेलगाड़ी आने पर ही बंद होने चाहिए, जैसा कि क्रॉसिंग खुलने से पहले होता था।
 स्कूल के समय C7 और C5 पर उचित यातायात प्रबंधन हो।
 तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि लोगों को अनावश्यक परेशानी न हो।
 बच्चों की हिफाजत, सुविधा और एम्बुलेंस की सुरक्षा को सर्वोपरि रखा जाना चाहिए।
 प्रभावित निवासियों का विनम्र अनुरोध है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए और इसे और नज़रअंदाज़ न किया जाए। इससे पहले कि कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटे, इस समस्या का समाधान किया जाना चाहिए।
 JiwanJotSavera
JiwanJotSavera 
             
			 
			 
		 
						
					 
						
					 
						
					 
						
					