जालंधर/अरोड़ा – ब्रह्माकुमारी संस्थान आदर्श नगर के सौजन्य से प्रेम चंद मारकंडा एस डी कॉलेज फॉर वुमेन में कॉलेज के शिक्षा विभाग और मनोविज्ञान विभाग द्वारा डिजिटल डीटॉक्स एवं डिजिटल वैलनेस विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया l


इस सेमीनार में ब्रह्माकुमारीज मुख्यालय माउंट आबू से विशेष तौर पर आये प्रमुख सॉफ्टवेयर डेवलपर एवं डिजिटल डीटॉक्स एक्सपर्ट ने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों से लेकर बड़ों तक ,स्त्री पुरुष अनपढ़ व शिक्षित सभी मोबाइल फ़ोन ,फ़ेसबुक ,इंस्टाग्राम एवं सोशल मीडिया के ग़ुलाम बन चुके हैं l उन्होंने कहा डिजिटल गैजेट्स के नेगेटिव और पॉज़ीटिव दोनों पहलू हैं l

इनके सकारात्मक सीमित एवं संतुलित प्रयोग से हम इनके दुष्प्रभावों से बच सकते हैंl उन्होंने श्रोताओं को न्यूरोप्लास्टीसिटी और स्मृति समेकन जैसी नवीन अवधारणाओं से अवगत कराया l इस अवसर पर डॉ आरएल बस्सन पूर्व सिविल सर्जन ने कहा कि डिजिटल उपकरणों के अत्यधिक यूज से सिरदर्द ,माइग्रेन, सर्वाइकल, नींद का ना आना ,चिड़चिड़ापन आदि शारीरिक एवं मानसिक रोगों को बढ़ावा देता हैl

राजयोगिनी संधीरा दीदी ने कहा कि मोबाइल फ़ोन का प्रयोग सुबह उठने के आधा घण्टा बाद करने से और रात को सोने से आधा घंटा पहले ना करने और राजयोग मैडिटेशन से हम इस बुरी आदत से बच सकते हैंl उन्होंने राजयोग मैडिटेशन का प्रैक्टिकल अनुभव भी कराया l बीके सिमरन, बीके नेहा चार्टड अकाउंटेंट ,बीके विशाल भी इस प्रेरक सत्र का हिस्सा थे l
सेमिनार के प्रारंभ में एस डी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ पूजा पराशर ने सभी अतिथियों का प्लांटर देकर स्वागत किया l उन्होंने स्वयं भी और सभी स्टाफ एवं स्टूडेंट्स को डिजिटल गैजेट्स का प्रयोग आत्मसंयम से और सकारात्मक उद्देश्यों के लिए करने को प्रेरित किया।
अंत में संधीरा दीदी ने प्रिंसिपल डॉ पूजा प्रराशर को ईश्वरीय सौग़ात भेंट की और सभी आयोजकों और विद्यार्थियों का धन्यवाद किया।