जालंधर (अरोड़ा) :- डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर के आईटी फोरम के तत्वावधान में, स्नातकोत्तर कंप्यूटर साइंस विभाग ने सेमिनार हॉल में डिजिट्ल साक्षरता अभियान का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस अभियान में छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभागिता की और व्यावहारिक गतिविधियों, ऑनलाइन सुरक्षा पर चर्चाओं और उभरती तकनीकों की खोज में सक्रिय रूप से भाग लिया। इन सत्रों का उद्देश्य डिजिट्ल दक्षताओं को मज़बूत करना और छात्रों को आवश्यक कंप्यूटिंग कौशल से लैस करना था। डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि आज के युग में, डिजिट्ल साक्षरता अब एक विकल्प नहीं बल्कि एक आवश्यकता है।


उन्होंने छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने वाले कौशल से सशक्त बनाने की इस पहल के लिए कंप्यूटर साइंस विभाग और आईटी फोरम की सराहना की। कंप्यूटर विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. निश्चय बहल ने कहा कि यह अभियान ज़िम्मेदार और डिजिट्ल रूप से जागरूक नागरिक बनाने की दिशा में एक कदम है। छात्रों द्वारा दिखाया गया उत्साह तेज़ी से बदलती डिजिट्ल दुनिया के साथ सीखने और अनुकूलन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आईटी फ़ोरम की अध्यक्ष प्रो. मोनिका चोपड़ा ने कहा कि इस पहल के माध्यम से, वे ज्ञान को व्यावहारिक अनुभव के साथ जोड़कर छात्रों और तकनीक के बीच की खाई को पाटना चाहते हैं। छात्रों की सक्रिय भागीदारी ने इस कार्यक्रम को शानदार सफलता दिलाई। विभाग ने डिजिट्ल साक्षरता अभियान को प्रभावशाली और सार्थक बनाने में योगदान देने वाले सभी संकाय सदस्यों, छात्रों और स्वयंसेवकों का हार्दिक आभार व्यक्त किया।