विश्वविद्यालय को निम्नलिखित दो महत्वपूर्ण श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया:
उद्योग-अकादमिक सहयोग में उत्कृष्ट योगदान
अनुसंधान एवं नवाचार में अग्रणी विश्वविद्यालय
जालंधर (अरोड़ा) :- डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी, जालंधर को भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत सर्विसेज़ एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (एस.इ.पी.सी.) द्वारा प्रतिष्ठित ‘एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड 2025’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान डॉ. अभय सिन्हा (महानिदेशक, एस.इ.पी.सी.) और एलिसन बैरेट (एम.बी.इ., डायरेक्टर इंडिया) द्वारा प्रदान किए गए। यह समारोह एस.इ.पी.सी. के द्वितीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ट्रांसफॉर्मिंग हायर एजुकेशन एंड स्किलिंग टुवर्ड्स विकसित भारत @ 2047 एंड एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड्स 2025 के अंतर्गत 19 सितंबर 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित हुआ। इस राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में प्रमुख चांसलर्स, वाइस-चांसलर्स, डायरेक्टर्स, प्रिंसिपल्स, शिक्षाविदों, हितधारकों, सरकारी एवं निजी संस्थानों के अधिकारी, एड-टेक, स्टार्ट-अप्स और फैकल्टी सदस्यों ने भाग लिया। यह प्रतिष्ठित सम्मान डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी के निरंतर प्रयासों को रेखांकित करता है, जिनका उद्देश्य अकादमिक जगत और उद्योग के बीच की खाई को पाटना है। विश्वविद्यालय ने सदैव उद्योग-आधारित कार्यक्रम, व्यावहारिक शिक्षण और छात्रों के लिए पेशेवर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया है। साथ ही, यह विश्वविद्यालय रिसर्च और इनोवेशन के क्षेत्र में भी अग्रणी रहा है, जहाँ फैकल्टी और छात्रों को वास्तविक जीवन की चुनौतियों के समाधान हेतु नवाचारी परियोजनाओं पर काम करने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए, डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार ने कहा:
“यह पुरस्कार हमारे उद्योग-संलग्न शिक्षा और इनोवेशन एवं रिसर्च के प्रति सामूहिक समर्पण का प्रतीक है। यह हमें और प्रेरित करेगा कि हम अपने अकादमिक-उद्योग संबंधों को और मजबूत करें, वैश्विक प्रभाव वाली शोध को आगे बढ़ाएँ और भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में सार्थक योगदान दें।” डॉ. कुमार ने आगे कहा कि “ये पुरस्कार यूनिवर्सिटी को प्राप्त निरंतर सम्मानों की सूची को और समृद्ध करते हैं और इसके उस मिशन को सुदृढ़ करते हैं जिसके तहत डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार का प्रमुख केंद्र बन सके।”