अमृतसर (प्रदीप) :- बी बी के डी ए वी कॉलेज फॉर विमेन ने भारत के सबसे प्रतिष्ठित खेल हस्तियों में से एक मेजर ध्यानचंद की चिरस्थायी विरासत का सम्मान करते हुए राष्ट्रीय खेल दिवस बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया। यह दिवस महान हॉकी खिलाड़ी को श्रद्धांजलि देने और जीवन में खेलों और शारीरिक फिटनेस के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष मनाया जाता है। भारत सरकार के फिट इंडिया अभियान के तहत 28 से 30 अगस्त, 2025 तक विभिन्न स्वदेशी खेलों और मनोरंजक गतिविधियों जैसे रस्साकशी, योग, नींबू दौड़ और 50 मीटर दौड़ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या डॉ. पुष्पिंदर वालिया द्वारा सम्मानित मुख्य अतिथि, प्रोफेसर डॉ. अमनदीप सिंह, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के शारीरिक शिक्षा विभाग और स्थानीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष एडवोकेट सुदर्शन कपूर को पौधे भेंट करके गर्मजोशी से स्वागत के साथ हुई। अपने संबोधन में, प्राचार्या ने कहा कि खेल एक स्वस्थ और प्रगतिशील राष्ट्र की रीढ़ हैं, जो न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में बल्कि व्यक्तिगत विकास, अनुशासन और राष्ट्रीय एकता में भी योगदान देते हैं।

उन्होंने खेल के क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर ज़ोर दिया, उनकी उपलब्धियों की सराहना की और अधिक भागीदारी और मान्यता को प्रोत्साहित किया। कॉलेज की गौरवशाली विरासत पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा कि यह कई दिग्गज खिलाड़ियों का घर रहा है जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर देश का प्रतिनिधित्व किया है और संस्थान को गौरवान्वित किया है। उन्होंने छात्राओं को अपनी शुभकामनाएँ दीं और शारीरिक शिक्षा विभाग को सफल आयोजन और खेल भावना व सक्रिय भागीदारी की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बधाई दी। प्रोफेसर डॉ. अमनदीप सिंह ने मेजर ध्यानचंद की असाधारण विरासत को श्रद्धांजलि देते हुए एक प्रेरक और विचारोत्तेजक भाषण दिया। उन्होंने कहा कि हॉकी के जादूगर के रूप में याद किए जाने वाले इस महान खिलाड़ी ने अपने शानदार करियर के दौरान 400 से अधिक गोल किए थे, यह उल्लेखनीय उपलब्धि उनके अद्वितीय कौशल, सटीकता और खेल पर उनकी पकड़ को दर्शाती है। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि मैदान पर इसी प्रतिभा के कारण मेजर ध्यानचंद को खेल इतिहास में एक विशिष्ट स्थान प्राप्त हुआ। छात्राओं को संबोधित करते हुए, उन्होंने छात्राओं से उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आग्रह किया और उन्हें निडर होकर आकांक्षाएँ रखने और अटूट समर्पण व दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ अपने लक्ष्यों का पीछा करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर, प्राचार्या डॉ. पुष्पिंदर वालिया, एडवोकेट सुदर्शन कपूर और प्रो. डॉ. अमनदीप सिंह के साथ-साथ शारीरिक शिक्षा विभाग के संकाय सदस्यों और छात्राओं ने फिट रहने, नियमित रूप से खेलों में भाग लेने और अपने जीवन में मित्रता, सम्मान और उत्कृष्टता के ओलंपिक मूल्यों को बनाए रखने का संकल्प लिया। भारत के हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद की 120वीं जयंती के उपलक्ष्य में केक काटने की रस्म भी आयोजित की गई। कार्यक्रम का समापन खिलाड़ियों को पुरस्कार और ट्रॉफी प्रदान करने के साथ हुआ। रस्साकशी प्रतियोगिता की विजेता मदन लाल ढींगरा टीम को मेजर ध्यानचंद ट्रॉफी से
सम्मानित किया गया। शारीरिक शिक्षा विभाग की अध्यक्ष डॉ. स्वीटी बाला ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कंप्यूटर विज्ञान विभाग के अनुराग, डिज़ाइन विभाग के अध्यक्ष डॉ. ललित गोपाल और शारीरिक शिक्षा विभाग की सुश्री सविता भी उपस्थित रहीं।