कंबाइन से धान की कटाई सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक होगी
किसानों को मंडियों में 17 फीसदी या इससे कम नमी वाला धान लाने की अपील
जालंधर (अरोड़ा) :- धान की खरीद सीजन को उचित ढंग से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है, ताकि मंडियों में किसानों, आढ़तियों, मजदूरों सहित किसी भी वर्ग को कोई परेशानी न हो। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(ज) अमनिंदर कौर ने आज यहां जिला प्रशासकीय परिसर में खरीद व्यवस्था से संबंधित विभागों के अधिकारियों, आढ़ती एसोसिएशन, कंबाइन हार्वेस्टर एसोसिएशन, बेलर एसोसिएशन और राइस मिलर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने सभी से धान की खरीद सीजन को उचित ढंग से पूरा करने में पूर्ण सहयोग देने की अपील की। उन्होंने बताया कि इस बार जिले की मंडियों में 16 सितंबर से धान की खरीद शुरू होगी। इसके लिए मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए स्वच्छ पानी, बिजली, छायादार बैठने की जगह आदि की समुचित व्यवस्था करने के आदेश पहले ही दिए जा चुके है। उन्होंने किसानों से अपील की कि मंडियों में 17 फीसदी या इससे कम नमी वाला धान ही लाया जाए। कंबाइन से धान की कटाई के लिए निर्धारित समय का पालन करने पर जोर देते हुए, उन्होंने बताया कि कंबाइन से धान की कटाई सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक होगी, और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कंबाइन मालिकों को निर्देश दिए कि वे अपनी कंबाइनों पर सुपर एस.एम.एस. (स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम) लगाना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी पक्षों से अपील की कि किसानों को मंडियों में निर्धारित मानकों के अनुसार पूरी तरह सूखा धान लाने के लिए प्रेरित किया जाए, ताकि खरीद प्रक्रिया न केवल उचित हो, बल्कि मानकों के अनुसार खरीद भी सुनिश्चित हो।


इस दौरान, उन्होंने विभिन्न एसोसिएशनों के मुद्दों को भी सुना और आश्वासन दिया कि इनका उचित समाधान के लिए सक्षम प्राधिकरण के समक्ष उठाया जाएगा। एक अलग बैठक में, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने जिले में पराली जलाने की प्रवृत्ति को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए जागरूकता और कार्रवाई पर जोर दिया। उन्होंने कृषि विभाग को शिक्षा विभाग के साथ तालमेल कर स्कूलों में बड़े पैमाने पर जागरूकता गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए, ताकि पराली न जलाने का संदेश घर-घर तक पहुंचाया जा सके। किसानों से पराली प्रबंधन के लिए कृषि मशीनरी का उपयोग करने की अपील करते हुए, उन्होंने बताया कि जिले में सुपर सीडर, मल्चर, आर.एम.बी. प्लाओ, हैप्पी सीडर जैसी कृषि मशीनें उपलब्ध हैं, जिनकी उपलब्धता किसान आई-खेत ऐप के माध्यम से जांच सकते हैं। उन्होंने संवेदनशील गांवों में निगरानी के लिए अधिकारियों को नियमित दौरा करने के भी निर्देश दिए। इससे पहले, कृषि उत्पादन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने कृषि और संबंधित विभागों द्वारा किसानों की भलाई के लिए चलाई जा रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा किसानों की भलाई के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जमीनी स्तर पर जागरूकता फैलाने के लिए कृषि, बागवानी विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र को संयुक्त प्रयास करने के लिए कहा। इस अवसर पर नवदीप सिंह पी.सी.एस., मुख्य कृषि अधिकारी रणधीर सिंह, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, जिला मंडी बोर्ड आदि विभागों के अधिकारी और आढ़ती एसोसिएशन, कंबाइन हार्वेस्टर एसोसिएशन, बेलर एसोसिएशन, राइस मिलर एसोसिएशन के प्रतिनिधि मौजूद थे।