जालंधर प्रशासन की तुरंत कार्रवाई से 72 घंटे की लगातार बारिश के बाद सामान्य स्थिति बहाल

सड़कों और नालियों की सफाई से लेकर पानी के टैंकर उपलब्ध कराने तक, जनता की समस्याओं को कम करने के लिए नगर निगम की टीमें दिन-रात जुटीं

जालंधर (अरोड़ा) :- जालंधर में 72 घंटे से अधिक समय तक हुई भारी बारिश के बाद, डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल के नेतृत्व में जालंधर नगर निगम के संयुक्त प्रयासों से निवासियों को राहत मिली और स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। पंजाब सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए जिला प्रशासन और नगर निगम अधिकारियों ने पानी की निकासी, नालियों की मुरम्मत और उन लोगों को समय पर सहायता प्रदान करने के लिए मिशन मोड में काम किया, जिनके घरों में बारिश का पानी भर गया था।

निवासियों की असुविधा को कम करने और शहर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए कमिश्नर नगर निगम संदीप ऋषि, ज्वाइंट कमिश्नर डा. मनदीप कौर और सुमनदीप कौर के नेतृत्व वाली टीमों ने तालमेल वाली रणनीति अपनाई। पानी के जमाव की समस्या से निपटने के लिए भारी बारिश के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में स्थिति पर नजर रखने के लिए 6 एस.डी.ओ. के साथ 10 जे.ई. को तैनात किया गया था। बारिश के पानी की उचित निकासी सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम के 375 कर्मचारियों को काम पर लगाया गया। इसी तरह, 14 ट्रैक्टर, दो सक्शन टैंकर, पांच स्लज पंप और छह सुपर सक्शन मशीनों को संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया। स्थिति को और बेहतर करने के लिए 6 नए मड पंप भी लगाए गए है। नगर निगम ने आवागमन को फिर से शुरू करने के उद्देश्य से पानी से भरे सुभाना रेलवे अंडर ब्रिज को साफ कर दिया है। अधिकारियों द्वारा छत गिरने की स्थिति में लोगों को आवश्यक और समय पर सहायता भी सुनिश्चित की गई। पंपिंग स्टेशनों के निर्बाध कार्य को सुनिश्चित करने के लिए सभी एस.टी.पी. पर जेनसेट भी उपलब्ध रखे गए थे। इस दौरान ट्यूबवेलों को क्लोरीनेट किया गया और पीने का साफ पानी सुनिश्चित करने के लिए घर-घर जाकर पानी के नमूने लिए गए। सफाई को बढ़ावा देने और पानी से होने वाली बीमारियों को रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए गए। प्रभावित इलाकों में पानी के टैंकरों की व्यवस्था की गई, जबकि मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए लगातार फॉगिंग भी करवाई गई।

Check Also

राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए 50 लाख की ग्रांट का ऐलान किया

ग्रांट से बाढ़ प्रभावित गांवों को मिलेंगी नावें और पानी के टैंकरराहत सामग्री लाने वालों …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *