Wednesday , 22 October 2025

डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर में डीबीटी प्रायोजित विस्तार व्याख्यान एवं शोध-पत्र वाचन प्रतियोगिता का आयोजन

जालंधर (अरोड़ा) :- प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के दूरदर्शी नेतृत्व और विभागाध्यक्ष डॉ. पी.के. शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में, डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर के स्नातकोत्तर गणित विभाग ने बंसी लाल मैथमेटिकल सोसाइटी (बीएलएमएस) के सहयोग से डीबीटी स्टार कॉलेज योजना के अंतर्गत एक शोध-पत्र वाचन प्रतियोगिता और एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में शैक्षणिक जुड़ाव को बढ़ावा देना और वैज्ञानिक सोच को मजबूत करना था। कार्यक्रम की शुरुआत डी.ए.वी. गान और मुख्य वक्ता डॉ. ओम प्रकाश (आईआईटी पटना) एवं प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के पुष्पांजलि स्वागत के साथ हुई। डॉ. पी.के. शर्मा ने अतिथि वक्ता का परिचय दिया और विभाग की शैक्षणिक पहलुओं पर प्रकाश डाला, जबकि प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और गणितीय शिक्षा को बढ़ावा देने में विभाग के प्रयासों की सराहना की। “एसटीईएम में महिलाएँ” विषय पर आयोजित शोध-पत्र वाचन प्रतियोगिता में कुल 21 छात्रों ने भाग लिया। सत्र के निर्णायक मण्डल में डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. सीमा शर्मा और डॉ. आशु बहल थे, जिन्होंने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में महिलाओं के योगदान पर प्रतिभागियों की गहन प्रस्तुतियों की सराहना की।

इस अवसर पर बीएलएमएस छात्र परिषद् (2025-26) का अलंकरण समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें इसके पदाधिकारियों द्वारा औपचारिक पदभार ग्रहण किया गया। प्रतियोगिता के विजेता:
प्रथम पुरस्कार: अंकुर (बी.एससी. सेमेस्टर -V)
द्वितीय पुरस्कार: रिद्धि (बी.एससी सेमेस्टर -V) और अक्षित (बी.एससी. तृतीय सेमेस्टर)
तृतीय पुरस्कार: सुजल (एम.एससी. सेमेस्टर- lll) और आरुषि (बीसीए सेमेस्टर-l)
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण डॉ. ओम प्रकाश का “डिजिट्ल दुनिया में गणित की भूमिका” विषय पर विस्तार व्याख्यान था। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कैसे गणित क्रिप्टोग्राफी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डेटा विज्ञान और एल्गोरिथम संरचनाओं का आधार है जो आज की डिजिट्ल क्रांति को गति प्रदान करते हैं।

उन्होंने सुरक्षित संचार से लेकर बड़े डेटा विश्लेषण तक, वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों को भी चित्रित किया, जिससे व्याख्यान अत्यधिक प्रासंगिक बन गया। इस आकर्षक सत्र ने दर्शकों की रुचि को आकर्षित किया, जिज्ञासा जगाई और छात्रों को गणित और प्रौद्योगिकी के बीच गहरे संबंधों को जानने के लिए प्रेरित किया।सुश्री रंजीता गुगलानी ने मंच का कुशलतापूर्वक संचालन किया, जबकि मोनीश अरोड़ा और जसमीन कौर ने समग्र व्यवस्था का कार्यभार संभाला। कार्यक्रम का समापन बीएलएमएस के अध्यक्ष साहिल नागपाल द्वारा औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिन्होंने मुख्य वक्ता, निर्णायकों, प्रतिभागियों और आयोजन टीम के प्रति आभार व्यक्त किया।

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