जालंधर (अरोड़ा) :- भारत के गौरव का जश्न मनाने के लिए मेपर वर्ल्ड स्कूल में 19 अगस्त 2025 को बड़े उत्साह और देशभक्ति की भावना के साथ एक अंतर्सदनीय नृत्य नाटिका प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रत्येक सदन के लगभग 30 से 35 विद्यार्थियों ने भाग लिया और ‘तब से अब तक’ की ऐतिहासिक यात्रा का अत्यंत उत्तम ढंग से प्रदर्शन किया। विद्यातप का प्रत्येक कोना देशभक्ति के रंग में रंगा नज़र आ रहा था। इस सुअवसर पर अध्यक्ष राजेश मेपर और उपाध्यक्षा नीरज़ा मेयर की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ा दिया। चाहत मेपर और स्कूल के ट्रस्टी चितिज मेयर ने विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा इस अवसर को और भी गौरवान्वित किया। इस अवसर पर प्रतिभागियों के अभिभावक भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। निर्णायक मंडल में निर्णायक की भूमिका अंतरा स्टूडियो की संस्थापक सुप्रसिद्ध कत्थक कलाकारा निधि मित्तत तथा भज्यकता स्टूडियो की संस्थापक, प्रशिक्षित कत्थक नृत्यांगना भावपूर्ण कत्ताकारा एवं समर्पित शिक्षिका सुत्री भव्या जैन ने निभाई।





कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वतन से हुआ। संपूर्ण प्रतियोगिता इतिहास के उन पलों की याद दिला रही थी, जिन में हमने बहुत कुछ खोया, जटित समस्याओं से जूझे और उनसे उभरे। 16वीं शताब्दी से चल कर अब तक की यात्रा इतिहास के विभित्र पहलुओं से चलकर आज के सशक्त भारत की झतकियों तक पहुंचीं। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे प्रतिभागियों ने अपने लयबद्ध कदमों, अद्वितीय समन्वय और मनमोहक भावों से दर्शकों के दितों को झंकृत किया और उन्हें भावविभोर एवं अचंभित कर दिया। दर्शकगण ने करतत ध्वनि से प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाकर अपनी सहभागिता दिखाई। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान डिकिन्द्र सदन ने प्राप्त किया तथा द्वितीय, तृतीय, वतुर्थ स्थान क्रमशः कीट्स, शेक्सपियर और वर्डसवर्ष सदन ने प्राप्त किया। संचित बाता, वेन्या भंडारी, इबादत मंड, माहिम गोयल ने सर्वश्रेष्ठ नर्तक का तथा कृशा जैन ने सर्वश्रेष्ठ सूत्रधार का सम्मान हासित किया। विद्यालय के अध्यक्ष राजेश मेपर, उपाध्यक्षा नीरजा मेयर, उपप्रधानाचार्य चारु त्रेहन, मेयर गैलेक्सी की संचालिका परीना सबलोक ने प्रतिभागियों के हौंसले और आत्मविश्वास की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ बच्चों को इतिहास से जोड़ती हैं, उनके सामान्य ज्ञान में वृद्धि करती हैं साथ ही देश के प्रति कर्तव्य बोध का ज्ञान भी देती हैं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।