जालंधर (अरोड़ा) :- डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी , जालंधर द्वारा तीज मेला 2025 बेहद उत्साह और जोश के साथ मनाया गया, जिसमें कैंपस रंगों, संगीत और परंपराओं से महक उठा। इस समारोह का उद्देश्य पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोना और प्रोत्साहित करना था। इस अवसर पर मेहंदी प्रतियोगिता, विरासत प्रदर्शनी, विरासत कला प्रतियोगिता, मिस तीज प्रतियोगिता और लोक नृत्य प्रतियोगिता जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने पारंपरिक परिधानों, कलात्मक रचनाओं और जोशपूर्ण प्रस्तुतियों से परिसर को सजाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री, पावरकॉम और पी.डब्ल्यू.डी. हरभजन सिंह (ई.टी.ओ.) की धर्मपत्नी श्रीमती सुहिंदर कौर ने शिरकत की। उन्होंने यूनिवर्सिटी द्वारा इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की सराहना की, जो युवाओं को उनकी जड़ों और परंपराओं से जोड़ते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को पंजाबी संस्कृति पर गर्व करने और इसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया।





इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार ने विद्यार्थियों और स्टूडेंट्स वेलफेयर विभाग के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के मेले न केवल विद्यार्थियों को अपनी कला प्रदर्शित करने का मंच देते हैं, बल्कि सांस्कृतिक पहचान की जड़ों को भी मजबूत करते हैं। साथ ही यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो. (डॉ.) एस. के. अरोड़ा ने विद्यार्थियों की रचनात्मकता और समर्पण की प्रशंसा करते हुए कहा कि तीज मेला विद्यार्थियों में एकता, खुशी और विरासत के प्रति सम्मान को प्रोत्साहित करता है। विभिन्न प्रतियोगिताओं के परिणामों में मिस तीज 2025 प्रतियोगिता में लॉ विभाग की दिया खन्ना ने मिस तीज का खिताब जीता, जबकि प्रथम उपविजेता एजुकेशन विभाग की सुधिक्षा रही और द्वितीय उपविजेता लॉ विभाग की इशिका बनीं। मेहंदी प्रतियोगिता में सी.एस.ए. विभाग की ऋतिका ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि बायोटेक्नोलॉजी विभाग की किरण दूसरे और सी.एस.ई. विभाग की तनवीर तीसरे स्थान पर रहीं। लोक नृत्य (सोलो) श्रेणी में मनप्रीत ने पहला स्थान प्राप्त किया, सुधिक्षा दूसरे और मुस्कान तीसरे स्थान पर रहीं। लोक नृत्य (डुएट) प्रतियोगिता में ऋद्धि और चाहत ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि गार्गी और प्रीति दूसरे स्थान पर रहीं। लोक नृत्य (समूह) प्रतियोगिता में सहजप्रीत कौर, कोमल, मनदीप कौर, पायल और रिया सैनी की टीम ने विजय प्राप्त की, जिनके शानदार प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विजेताओं को बधाई देते हुए डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. कमलजीत कौर सिद्धू ने कहा कि तीज मेला केवल सांस्कृतिक प्रदर्शन ही नहीं है, बल्कि यह जीवंत कक्षा है, जहां विद्यार्थी अपनी विरासत को समझते और संजोते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों में संस्कृति और परंपराओं के मूल्यों को मजबूत करते हैं और उन्हें अपनी जड़ों पर गर्व करने का एहसास कराते हैं।