जालंधर/अरोड़ा – लायलपुर खालसा कॉलेज, जालंधर के जूलॉजी और बॉटनी विभाग द्वारा मानसून सीजन के दौरान पौधों और वृक्षों की देखभाल संबंधी एक प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम नवगठित छात्र संगठन ‘एरिस्टोटल सोसाइटी एंड लाइफ साइंसेज़’ की अगुवाई में आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य छात्रों में पर्यावरणीय जागरूकता और वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करना था। पौधों की देखभाल की विशेषज्ञ डॉ. अमनदीप कौर इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुईं। उनका स्वागत कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सुमन चोपड़ा ने स्मृति चिन्ह भेंट करके किया।

डॉ. अमनदीप कौर ने अपने वक्तव्य में मानसून के दौरान पौधों की उचित देखभाल, जल प्रबंधन, कीट नियंत्रण और मौसमी पौधों की रोपाई जैसे व्यावहारिक तरीकों पर प्रकाश डाला। उनके ज्ञानवर्धक भाषण ने उपस्थितजनों को पर्यावरण के अनुकूल आदतें अपनाने के लिए प्रेरित किया।

प्रिंसिपल डॉ. सुमन चोपड़ा ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि युवाओं में पर्यावरण चेतना जगाने में इस तरह के कार्यक्रमों की अहम भूमिका होती है। उन्होंने विद्यार्थियों को कैंपस के भीतर और बाहर पर्यावरणीय गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया।

कॉलेज की रजिस्ट्रार और जूलॉजी तथा बॉटनी विभाग की प्रमुख डॉ. गगनदीप कौर ने मेहमानों का स्वागत करते हुए पर्यावरण शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। मंच संचालन का कार्य डॉ. उपमा अरोड़ा ने निभाया।

इस कार्यक्रम का सफल आयोजन डॉ. हैमेंदर सिंह और डॉ. सरबजीत सिंह द्वारा किया गया। प्रशिक्षण सत्र में 120 से अधिक छात्र-छात्राओं, माली और गैर-शिक्षण स्टाफ की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। इस अवसर पर डॉ. नवदीप कौर (वाइस प्रिंसिपल), डॉ. बलराज कौर (प्रमुख, अंग्रेजी विभाग), और डॉ. जसविंदर कौर (प्रमुख, पर्यावरण विज्ञान विभाग) भी उपस्थित रहीं।