काला संघिया ड्रेन में डेयरियों और सीवरेज वेस्ट के सीधे प्रवाह को रोकने पर जोर
जालंधर (अरोड़ा) :- अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(शहरी विकास) जसबीर सिंह ने जिला पर्यावरण योजना के तहत जिले में की जा रही विभिन्न पर्यावरण अनुकूल गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की। जिला प्रशासकीय परिसर में जालंधर नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन के साथ जिला पर्यावरण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जसबीर सिंह ने काला संघिया ड्रेन में डेयरियों और सीवरेज के कचरे के सीधे प्रवाह को रोकने पर जोर दिया। उन्होंने जालंधर नगर निगम, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को ड्रेन को प्रदूषित करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने ऐसे गांवों के डिस्चार्ज प्वाइंटों की निगरानी करने के भी निर्देश दिए, जिनका पानी सीधे ड्रेन में गिरता है, ताकि प्रदूषण नियंत्रण दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने नगर निगम, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में चल रहे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, लेगेसी अपशिष्ट प्रबंधन, सेनेटरी लैंडफिल की परियोजनाओं में तेजी लाएं और उन्हें जल्द से जल्द पूरा करें।


उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की अनुपालना पर भी जोर दिया तथा नगर निगम/काउंसिल अधिकारियों को प्रतिबंध निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करने तथा इस संबंध में जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। बैठक के दौरान नए एसटीपी की स्थापना तथा मौजूदा एसटीपी की कारगुजारी का भी आकलन किया गया। इसके अलावा वरियाणा बायो माइनिंग प्रोजेक्ट तथा नगर निगम द्वारा ज्योति नगर, घाह मंडी तथा बर्लटन पार्क में स्थापित किए जा रहे एमआरएफ प्रोजेक्टों की प्रगति की भी समीक्षा की गई। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने आगामी धान सीजन के दौरान पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कृषि सहित अन्य विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा की तथा ग्रामीण विकास एवं पंचायत तथा सहकारिता विभाग के सहयोग से बड़े पैमाने पर जागरूकता गतिविधियां चलाने के निर्देश दिए ताकि जीरो बर्निंग का लक्ष्य हासिल किया जा सके। बैठक के दौरान जिला राजस्व अधिकारी नवदीप सिंह भोगल, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के पूर्व सीईओ संदीप कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी रणधीर सिंह तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।