काले बिल्ले लगाकर मैनजेमेंट के फैंसले का विरोध किया
जालंधर/अरोड़ा – पंजाब एवं चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन ने एडिड कॉलेजों के अध्यापकों के लंबित मुद्दों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ अपने संघर्ष का आगाज़ कर दिया है! माता गुजरी कॉलेज फतेहगढ़ साहिब में पीसीसीटीयू अध्यापक संघ की कार्यकारिणी की बैठक के दौरान सभी सदस्यों ने इस संघर्ष को तेज़ करने का ऐलान किया। पीसीसीटीयू के एचएमवी द्वारा इस संघर्ष में अपना योगदान देते हुए काले बिल्ले लगाकर ज़ोरदार प्रदर्शन किया।
एचएमवी यूनिट की प्रधान डॉ. आश्मीन ने बताया कि इन मुद्दों में एचएमवी कॉलेज को ऑटोनोमस बनाने का मुद्दा, सातवां वेतन आयोग, एरियर का मुद्दा, 1925 अध्यापकों को नियमित करने, पीएफ आदि के मुद्दों को लेकर संघर्ष शुरू किया गया है। माता गुजरी कॉलेज में आयोजित मीटिंग के दौरान लिए गए फैसलों के अनुसार आज सभी डीएवी कॉलेजों में काले बिल्ले लगाकर रोष प्रदर्शन किया गया।
पीसीसीटीयू के पदाधिकारियों ने कॉलेजों की प्रबंधन समितियों को शिक्षकों के हितों की अनदेखी करने के खिलाफ चेतावनी दी! वक्ताओं ने कहा कि पीसीसीटीयू हर संघर्ष में अपने शिक्षकों के साथ खड़ी है! पीसीसीटीयू ने अपने संघर्ष की रूपरेखा बताते हुए कहा कि 21-22 अप्रैल को काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन, 23-24 अप्रैल को दो घंटे का कैंपस विरोध प्रदर्शन, 25 अप्रैल को कैंडल मार्च, 26 अप्रैल को एक दिवसीय भूख हड़ताल तथा 29 अप्रैल को डीएवी सीएमसी के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा। एचएमवी यूनिट के अनुसार अगर मैनेजमेंट ने ऑटोनोमस वाला फैसला वापिस न लिया तो इस संघर्ष को और तेज़ किया जाएगा। गौरतलब है कि यूनिट ने शहर के कई रसूखदार व्यक्तियों से मिलकर स्तिथि से अवगत करवाया है, जिन्होंने इस मुद्दे पर उनका साथ देने का आश्वासन दिया है।