जालंधर (तरुण) :- पी सी एम एस डी कालेज फ़ार वुमन, जालंधर के हिन्दी विभाग द्वारा राष्ट्रीय वैबिनार का आयोजन किया गया जिसके संसाधन व्यक्ति के रूप में डा. पान सिंह आमन्त्रित थे। डा. पान सिंह हिंदी विभाग ,हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ,शिमला के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके वक्तव्य का विषय “हिंदी साहित्य का वैश्विक परिदृश्य “था। डा. पान सिंह ने हिन्दी का महत्त्व बताते हुए विद्यार्थियों को समझाया कि हिंदी भाषा के माध्यम से रोज़गार प्राप्त करके वह अपने भविष्य का निर्माण कर सकते है। डॉ. पान सिंह ने बताया कि हिंदी सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर नहीं पढ़ाई जा रही बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैश्विक रूप धारण कर रही है और विदेशों में हिंदी को भी सम्मानित स्थान प्राप्त है। डॉ . पान सिंह ने अपने सम्बोधन में हिंदी को वैश्विक स्तर पर अंग्रेजी भाषा से ज्यादा बोली जाने वाली भाषा कहा है। रोज़गार प्राप्त करने के लिए इस क्षेत्र में अनेक अवसर प्राप्त हो सकते हैं जैसे अध्यापन,,बैंकिंग,समाचार पत्र, साहित्य लेखन,मीडिया इत्यादि अंत में, डा. नीना मित्तल ने संसाधन व्यक्ति और प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। अध्यक्ष नरेश बुधिया जी,वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा जी, प्रबंधन समिति के अन्य गणमान्य सदस्य एवं प्राचार्य प्रो.(डॉ.) पूजा पराशर ने वेबिनार के सफल आयोजन के लिए हिन्दी विभाग को बधाई दी।
