जालंधर (तरुण) :- पी.सी.एम. एस.डी. कॉलेज फॉर वूमेन, जालंधर के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट ने इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) के सम्मानित मार्गदर्शन के तहत ‘मंडला कला के माध्यम से उद्यमिता’ पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया। वेबिनार का उद्देश्य उद्यमशीलता के अवसरों के साथ कलात्मक अभिव्यक्ति के संलयन का पता लगाना है, जिससे मंडला कला को एक स्थायी व्यवसाय में कैसे बदला जा सकता है, इसके बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की जा सके।
सत्र के संसाधन व्यक्तियों विनय वैद, एक प्रसिद्ध मंडला कलाकार और उद्यमी, और रकिन्दर कौर, रचनात्मक कला और व्यवसाय विकास में विशेषज्ञ थी। उन्होंने मंडला कला के विभिन्न पहलुओं पर अपनी विशेषज्ञता साझा की, जिसमें इसका महत्व, बाजार की क्षमता और कलात्मक कौशल का मुद्रीकरण करने की रणनीतियां शामिल हैं। विनय वैद ने मंडला कला तकनीकों, हस्तनिर्मित कलाकृति की बढ़ती मांग और कलाकार डिजिटल स्पेस में अपने ब्रांड को कैसे स्थापित कर सकते हैं, इसकी गहन समझ प्रदान की। रकींदर कौर ने मंडला-आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देने में मार्केटिंग रणनीतियों, ग्राहक जुड़ाव और सोशल मीडिया की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। इंटरैक्टिव सत्र में छात्रों, संकाय सदस्यों और कला प्रेमियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। उपस्थित लोग विचारोत्तेजक प्रश्नों के माध्यम से वक्ताओं के साथ सक्रिय रूप से जुड़े रहे, जिससे सत्र अत्यधिक ज्ञानवर्धक और
प्रेरणादायक बन गया। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्यों और प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) पूजा पराशर ने इस तरह के अभिनव कार्यक्रम के आयोजन में फाइन आर्ट डिपार्टमेंट और आईआईसी के प्रयासों की सराहना की। गतिविधि में छात्रों के बीच रचनात्मकता और उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया गया ताकि उन्हें कला उद्योग में अपनी जगह बनाने में मदद मिल सके।
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