जालंधर (मक्कड़) :- बौरी मेमोरियल एजुकेशनल एंड मेडिकल ट्रस्ट द्वारा संचालित और प्रबंधित ‘दिशा-एन इनीशिएटिव’ के तहत इनोसेंट हार्ट्स स्कूल की पाँचों ब्रांचों (ग्रीन मॉडल टाऊन, लोहारां, कैंट-जंडियाला रोड, नूरपुर रोड व कपूरथला रोड) में बसंत पंचमी पर्व बड़े उत्साह और हर्षोल्लास से मनाया गया। यह पर्व वसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है और देवी सरस्वती को समर्पित है, जिसे पारंपरिक अनुष्ठानों और जीवंत गतिविधियों के माध्यम से मनाया गया। प्री-प्राइमरी स्कूल के नन्हे बच्चे पीली वेशभूषा में आए और अपने दोपहर के भोजन के लिए पीले व्यंजन लाए। उन्होंने समाचार पत्रों से पतंगें बनाईं। इस अवसर पर एक विशेष सभा का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजा के साथ हुई, जहाँ शिक्षकों, छात्रों व कर्मचारियों ने बुद्धि और ज्ञान की देवी से आशीर्वाद माँगा। यह सभा पर्यावरण जागरूकता का संदेश देने के लिए आयोजित की गई थी। कक्षा 3 से 8 तक के छात्रों ने हानिकारक चीनी पतंग धागों (मांझा) को न कहने और इसके बजाय पर्यावरण-अनुकूल और सुरक्षित पतंग डोर का उपयोग करने की शपथ ली। कैम्पस में खुशी का माहौल था, छात्रों और कर्मचारियों ने पीले रंग के बाउज पहने हुए थे, जो ऊर्जा व समृद्धि का प्रतीक थे। संबंधित शाखाओं के प्राचार्यों ने छात्रों को संबोधित करते हुए सुरक्षित और टिकाऊ पतंगबाजी प्रथाओं के महत्व पर बल दिया। रचनात्मकता और त्योहार की भावना को और बढ़ावा देने के लिए, छात्रों ने कला और शिल्प पतंग बनाने की गतिविधि में भाग लिया, जिसमें उन्होंने अपने वसंत-थीम वाले डिज़ाइनों का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का समापन प्रिंसिपल के एक प्रेरक संदेश के साथ हुआ, जिसमें छात्रों को ज्ञान, सद्भाव और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। यह उत्सव परंपरा, रचनात्मकता और पारिस्थितिक जागरूकता का एक आनंदमय मिश्रण था, जिसने इसे सभी के लिए एक यादगार और शैक्षिक कार्यक्रम बना दिया।
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