ग्रीन कॉरिडोर से जालंधर से मोहाली लाई गई किडनी ने बचाई व्यक्ति की जान

जालंधर (अरोड़ा) :- जालंधर से मोहाली तक ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से पहुंचाई गई किडनी से लिवासा अस्पताल, मोहाली में पहले कैडेवरिक किडनी ट्रांसप्लांटेशन से कुरूक्षेत्र के 62 वर्षीय पुरुष मरीज को नया जीवन मिला।
लिवासा अस्पताल, मोहाली में यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट के डायरेक्टर डॉ. अविनाश श्रीवास्तव के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने श्रीमन अस्पताल जालंधर में एक ब्रेन डेड मरीज की दोनों किडनी हारवेस्ट की ।
अंगों की त्वरित और सुरक्षित शिफ्टिंग के लिए पंजाब पुलिस और जालंधर, फगवाड़ा, नवांशहर, रोपड़ और मोहाली के स्थानीय प्रशासन की मदद से किडनी को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से मोहाली लाया गया। एक अलग ग्रीन कॉरिडोर बनाकर दूसरी किडनी को अयकाई अस्पताल लुधियाना पहुंचाया गया।
लिवासा में नेफ्रोलॉजी डायरेक्टर डॉ. राका कौशल ने कहा, ”हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत में 1 मिलियन आबादी पर केवल एक डोनर उपलब्ध है। अंगदान के लिए जागरूकता बढ़ाने की अत्यधिक आवश्यकता है।”
“लिवर के बाद किडनी सबसे अधिक आवश्यक अंग है। अंगदान की प्रतीक्षा कर रहे 85% लोगों को किडनी की आवश्यकता होती है। अंग दान करके, एक मृत दाता व्यक्ति अंग दान के माध्यम से 8 व्यक्तियों की जान बचा सकता है और टिश्यू दान के माध्यम से 50 से अधिक लोगों के जीवन को बढ़ा सकता है।
डॉ. राका ने आगे बताया कि मधुमेह और उच्च रक्तचाप की बढ़ती आबादी के कारण भारत में हर साल लगभग 2.20 लाख नए मरीजों में क्रोनिक किडनी फेल्योर हो जाता है। उन्होंने कहा कि विडंबना यह है कि जागरूकता की कमी और दाताओं की अनुपलब्धता के कारण केवल आठ हजार मामलों में ही किडनी ट्रांसप्लांटेशन हो पाता है।
डॉ अविनाश श्रीवास्तव ने कहा, “प्रत्येक 10 मिनट के बाद, एक व्यक्ति को अंग प्रत्यारोपण प्रतीक्षा सूची में जोड़ा जाता है और भारत में अंग की आवश्यकता के कारण हर दिन 20 लोग मर जाते हैं। 3 लाख से अधिक मरीज़ अंगदान का इंतज़ार कर रहे हैं, लेकिन अंगदान का इंतज़ार कर रहे 10% से भी कम मरीज़ों को समय पर अंगदान मिल पाता है,”

किडनी रोग से बचने के उपाय:
Ø मधुमेह और उच्च रक्तचाप का प्रबंधन करें

Ø नमक का सेवन कम करें

Ø प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी पियें

Ø पेशाब करने की इच्छा का विरोध न करें

Ø फलों के साथ संतुलित आहार लें

Ø स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थ पियें

Ø शराब और धूम्रपान से बचें

Ø प्रतिदिन व्यायाम करें

Ø सेल्फ मेडिकेशन से बचें, विशेषकर दर्द निवारक दवाओं से

Ø अपने डॉक्टर से चर्चा किए बिना प्रोटीन सप्लीमेंट और हर्बल दवा लेने से पहले सोचें

Check Also

अमृतसर व तरनतारन के डाकघरों में 04 अगस्त 2025 को होगा आई टी 2.0 एप्पलीकेशन का रोलआउट

02 अगस्त 2025 को अमृतसर व तरनतारन के डाकघरों में नहीं होगा जनतक लेन-देन अमृतसर …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *