जालंधर (अरोड़ा) :- डीएवी यूनिवर्सिटी और सीआरपीएफ वेलफेयर एसोसिएशन (सीडब्ल्यूए) ने सीआरपीएफ कर्मियों के बच्चों को शिक्षित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन पर नई दिल्ली में डीएवी यूनिवर्सिटी के वाइस चान्सलर डॉ. मनोज कुमार और सीडब्ल्यूए की अध्यक्ष रिमझिम सिंह ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर अनीश दयाल सिंह, महानिदेशक और बी एस नेगी, डीआइजी, सीआरपीएफ भी उपस्थित थे। साझेदारी के तहत, डीएवी यूनिवर्सिटी, जालंधर, शहीदों, सेवारत, पूर्व सैनिकों के परिवारों के लिए विशेष प्रावधानों के साथ, पात्रता मानदंडों के आधार पर सीआरपीएफ कर्मियों के बच्चों को प्रवेश प्रदान करेगा। यूनिवर्सिटी सीआरपीएफ परिवारों के बच्चों को ट्यूशन फीस और छात्रावास शुल्क को कवर करते हुए छात्रवृत्ति प्रदान करेगा। डीएवी यूनिवर्सिटी सीडब्ल्यूए के नामांकन पर शहीद, सेवारत और सेवानिवृत्त बल कर्मियों के बच्चों को 100 सीटें प्रदान करेगी।
डीएवी यूनिवर्सिटी के फेकल्टी, स्टूडेंट्स, और कर्मचारी जागरूकता पैदा करने के लिए सीआरपीएफ प्रतिष्ठानों का दौरा करेंगे, साथ ही दोनों संगठनों के बारे में जागरूकता फैलाने के कार्य भी करेंगे। सीआरपीएफ और डीएवी यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के हित में संसाधन-साझाकरण के लिए भी प्रयास करेंगे। अनीश दयाल सिंह ने साझेदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ कर्मियों के बच्चों के लिए उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने में सहयोग महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह पहल अपने बल कर्मियों के कल्याण के प्रति सीआरपीएफ की प्रतिबद्धता को उजागर करती है। डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी सीआरपीएफ जवानों के समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है।सीआरपीएफ भारत में एक आंतरिक सुरक्षा बल है, जिसकी भूमिका में कानून और व्यवस्था बनाए रखना और उग्रवाद का मुकाबला करने के लिए पुलिस संचालन में राज्य क्षेत्रों की सहायता करना है। इस अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ. संजीव के अरोड़ा सहित बल के कई वरिष्ठ अधिकारी और डीएवी यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।