कहा, लोगों को बढिया स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए पंजाब सरकार सेहत क्षेत्र को दे रही प्राथमिकता
चार नए आपरेशन थिएटर, नया सीवरेज सिस्टम, एमरजैंसी वार्ड के विस्तार और नए उपकरणों के साथ बुनियादी मैडीकल ढांचे को किया जाएगा मज़बूत
जालंधर (अरोड़ा) :- राज्य सभा मैंबर संजीव अरोड़ा ने शहीद बाबू लाभ सिंह सिविल अस्पताल जालंधर को प्राईवेट अस्पतालों से बेहतर बनाने की अपनी वचनबद्धता दोहराई। विधायक रमन अरोड़ा और डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल सहित सिविल अस्पताल के दौरे दौरान राज्य सभा मैंबर ने अस्पताल के बुनियादी ढांचे और सेवाओं को बढिया बनाने के लिए योजनाओं की रूप-रेखा बनाई। अरोड़ा ने अस्पताल के अंदर चार नए अति- आधुनिक आपरेशन थिएटर बनाने का ऐलान किया। इसके इलावा उन्होंने पानी जमा होने की समस्या के हल के लिए पुराने सीवरेज सिस्टम को तबदील करने के निर्देश देने के साथ- साथ पूरे अस्पताल में नए टायलट ब्लाक बनाने को मंजूरी दी। अस्पताल में करवाए जाने वाले अन्य कामों में पेंटिंग, नया फर्श, टाईलें लगाना, छत की वाटरपरूफिंग, बिजली की तारें बदलना और साईन बोर्डों की स्थापना शामिल है। मौजूदा एमरजैंसी वार्ड का भी विस्तार किया जाएगा, जिसमें 10 अन्य बैड जोड़े जाएंगे। डायगनौस्टिक और सरजीकल सामर्थ्य में विस्तार करने के लिए राज्य सभा मैंबर की तरफ से पोरटेबल एक्स- रे और लैपरोसकोपी मशीनों सहित उन्नत मैडीकल उपकरणों की खरीद को मंज़ूरी दी गई।



उन्होंने अधिकारियों को इस अपग्रेडेशन के लिए विस्थारित प्रोजैक्ट रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए , ताकि एमपीलैडस में से समय पर फंड जारी किए जा सकें। सेहत संभाल की महत्ता के बारे में अरोड़ा ने सेहत अधिकारियों को आयुष्मान भारत सरबत स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन करने की अपील की ताकि योग्य लाभपात्री मुफ़्त सेहत सेवाओं तक पहुँच कर सके। उन्होंने अस्पताल में 100 बिस्तरों वाले क्रिटीकल केयर यूनिट के चल रहे निर्माण का भी जायज़ा लिया और इसको समय पर मुकम्मल करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने एमरजैंसी वार्ड का भी दौरा किया, जहाँ उन्होंने अधिकारियों को इसके विस्तार के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए। अरोड़ा ने कहा कि सेहत संभाल पंजाब सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है और सरकार ने इस क्षेत्र में पहले ही क्रांतिकारी तबदीली लाई है। इन प्रोजेक्टों के लिए ज़रुरी फंडों का भरोसा देते उन्होंने मरीजों को लाभ पहुँचाने के लिए स्रोतों की सभ्य प्रयोग की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने आगे कहा कि यह पहलकदमियों के एक बार लागू होने के बाद जालंधर के सिविल अस्पताल में मरीजों की देखभाल की गुणवत्ता में और विस्तार होगा। डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि जिले में सेहत संभाल सम्बन्धित बुनियादी ढांचे को बढावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रयास किए गए है। उन्होंने राज्य सभा मैंबर को इन नए प्रोजेक्टों को तेज़ी के साथ पूरा करने का आश्वासन दिया। मीटिंग में सिविल सर्जन डा. गुरमीत, मैडीकल सुपरडैंट डा. गीता, डा. रमन शर्मा और अन्य मैडीकल अधिकारी भी मौजूद थे।