राष्ट्रपति असाधारण उपलब्धियों के लिए 14 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को सात श्रेणियों में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान करेंगी
प्रधानमंत्री वीर बाल दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे
प्रधानमंत्री सुपोषित पंचायत योजना का भी शुभारंभ करेंगे
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री उद्घाटन संबोधन करेंगी
आयोजन में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं और गणमान्य व्यक्तियों सहित लगभग 3500 बच्चे भाग लेंगे, भारतीय विरासत को प्रदर्शित करते हुए बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे
माई गॉव/माई भारत पोर्टल पर ऑनलाइन गतिविधियां सहित देश भर के स्कूलों, बाल देखभाल संस्थानों, आंगनवाड़ी केंद्रों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे
दिल्ली/जालंधर (ब्यूरो) :- महिला एवं बाल मंत्रालय 26 दिसंबर, 2024 को वीर बाल दिवस मनाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। भारत सरकार असाधारण उपलब्धियों के लिए सात श्रेणियों कला और संस्कृति, बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, खेल और पर्यावरण में बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) प्रदान करती है। इस बार 14 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। इनमें 7 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 26 दिसंबर, 2024 को इन बच्चों को पुरस्कार प्रदान करेंगी। प्रत्येक विजेता को पदक, प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र पुस्तिका दिए जाएंगे।
वीर बाल दिवस पर राष्ट्रीय कार्यक्रम 26 दिसंबर, 2024 को ही नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा । यह दिन युवा दिमागों को पोषित करने, उनकी रचनात्मकता बढ़ाने और विकसित भारत की भविष्यदृष्टि में योगदान के लिए उन्हें प्रेरित करने पर केंद्रित होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। वे सुपोषित पंचायत योजना का शुभारंभ करेंगे और मार्च पास्ट को हरी झंडी दिखाएंगे। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी उद्घाटन भाषण देंगी। आयोजन में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं और गणमान्य व्यक्तियों सहित लगभग 3,500 बच्चे इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा भारतीय विरासत को दर्शाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। बच्चे विविध संस्कृतियों के प्रतिनिधित्व वाले मार्च पास्ट में भी शामिल होंगे। इसके अलावा माई गॉव/माई भारत पोर्टल पर ऑनलाइन गतिविधियां सहित देश भर के स्कूलों, बाल देखभाल संस्थानों, आंगनवाड़ी केंद्रों में कहानी सुनाने, रचनात्मक लेखन, पोस्टर बनाने, निबंध लेखन, कविता और प्रश्नोत्तरी जैसी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।