जालंधर (मक्कड़) :- नशा मुक्ति अभियान के तहत भोगपुर के गांव डल्ली के श्री हरगोबिंद स्टेडियम में आर्मी के सहयोग के साथ पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइंसिज (पिम्स) के छात्र-छात्राओं ने छेवां दरिया नामक नाटक पेश किया। नाटक का मकसद लोगों को नशों के दुषप्रभावों के बारे में बताने का था। नाटक में लोगों को संदेश देने की कोशिश की गई कि अगर समय पर नशे पर काबू न पाया गया तो इसकी आग हर घर-घर तक जाएगी। नाटक का मंचन डा. मनप्रीत की देखरेख में हुआ।
इस अवसर पर पिम्स के डायरेक्टर प्रिंसीपल डा. राजीव अरोड़ा ने नाटक का मंचन करने वाले सभी छात्रों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
नाटक में भाग लेने वाले पिम्स के एमबीबीएस के विद्यार्थियों डा. जमनीन कौर, डा. हीरा सिंह डा. माधव शर्मा, डा. दीक्षा, डा. कुनाल. डा. करुणव, डा. जशन, डा. जशनप्रीत कौर, डा. अमृत, डा. जसीर सिंह औऱ डा. हरमोहित सिंह के इस नेक कार्य को सभी ने सराहा। डा. राजीव अरोड़ा ने बताया कि पिम्स समय-समय पर लोगों को नशों के दुष्प्रभालों के प्रति जागरुक करता आ रहा है। इसी कड़ी के तहत 26 जून 2018 को नई दिल्ली में उस समय के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिम्स को शराब औऱ मादक द्वव्यों के सेवन की रोकधाम के क्षेत्र में उतकृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया था।