सीपीआई (एम) का 24वां प्रांतीय सम्मेलन क्रांतिकारी जाहो जलाल के साथ शुरू हुआ

पोलिट ब्यूरो सदस्य कामरेड अशोक धावले और कामरेड नीलोत्पल बसु विशेष रूप से शामिल हुए

जालंधर (JJS) :- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पंजाब का 24वां दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन आज यहां शहीद भगत सिंह के करीबी सहयोगी पंडित किशोरी लाल नगर और शहीद साथी सरवन सिंह चीमा के हॉल में क्रांतिकारी जाहो जलाल के साथ शुरू हुआ। झंडा फहराने की रस्म पार्टी के वरिष्ठ नेता साथी शीतल सिंह संघा ने अदा की। इसके बाद केंद्रीय और राज्य के नेताओं सहित प्रतिनिधियों ने शहीद मीनार पर फूल चढ़ाए और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। सम्मेलन में सीपीआई (एम) का पोलिट ब्यूरो विशेष रूप से पहुंचा था। सम्मेलन की अध्यक्षता कामरेड मेजर सिंह भिखीविंड, कामरेड गुरदर्शन सिंह खासपुर, कामरेड अब्दुल सत्तार, मास्टर पुरुषोत्तम बिलगा और बीबी हरप्रीत कौर झबाल ने की। स्वागत भाषण में स्वागत समिति के अध्यक्ष एडवोकेट गुरइकबाल सिंह ढिल्लों ने केंद्रीय नेतृत्व और प्रतिनिधि साथियों का स्वागत किया तथा गदरी बाबाओं की धरती के ऐतिहासिक महत्व पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रमुख नेता कामरेड लेहंबर सिंह तग्गड़ द्वारा लिखित पंजाब में कम्युनिस्ट आंदोलन के इतिहास पर एक पुस्तक का विमोचन भी किया गया।

आरंभ में कामरेड गुरदर्शन सिंह खासपुर द्वारा शोक भाषण प्रस्तुत किया गया। प्रतिनिधि सदन ने कामरेड सीता राम येचुरी, कामरेड बुद्धदेव भट्टाचार्य सहित दिवंगत साथियों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। सम्मेलन का उद्घाटन पोलिट ब्यूरो सदस्य कामरेड अशोक धावले ने किया। कम्युनिस्ट नेता कामरेड धावले ने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्थिति पर विस्तार से बोलते हुए कहा कि अमेरिका और साम्राज्यवादी शक्तियां इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध और यूक्रेन-रूस युद्ध दोनों में निर्दोष लोगों को मार रही हैं। वे दुनिया को युद्धों की भट्टी में झोंक रही हैं। नवउदारवादी नीतियों के कारण दुनिया में पूंजीवादी संकट लगातार बढ़ रहा है। भारत समेत अन्य देशों में महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ रही है। जिसके विरोध में विभिन्न देशों में बड़े संघर्ष खड़े किए जा रहे हैं। भारत में काले कृषि कानूनों के खिलाफ विजयी ऐतिहासिक किसान संघर्ष इसका उदाहरण है। कामरेड धावले ने कहा कि श्रीलंका समेत कई देशों में वामपंथी ताकतें मजबूत हो रही हैं। इसके विपरीत अमेरिका और साम्राज्यवादी शक्तियां धर्म, जाति, नस्ल आदि के आधार पर षड्यंत्र रचकर और हर हथकंडा अपनाकर सत्ता हथिया रही हैं। उन्होंने कहा कि देश में भाजपा-आरएसएस गठबंधन सांप्रदायिक फासीवादी कॉरपोरेट घरानों के साथ मिलकर देश के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रहा है।

सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों को अपने चहेतों को कौड़ियों के भाव बेचा जा रहा है। कम्युनिस्ट नेता ने भारत मंच और संसद दोनों के गठन में सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ कामरेड सीता राम येचुरी द्वारा निभाई गई भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में भाजपा की केंद्र में एक शुद्ध सरकार बनने से रोका गया है और आज केंद्र में नीतीश-नायडू के साथ अपवित्र गठबंधन बनाकर एनडीए की सरकार बनाई गई है। उन्होंने कहा कि देशभर में सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ वैचारिक लड़ाई तेज करनी होगी और आने वाले दिनों में किसान-मजदूर व अन्य वर्गों को नवउदारवादी नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज करना होगा। कामरेड अशोक धावले ने पंजाब के स्वतंत्रता संग्राम में ऐतिहासिक आंदोलन में सभी किसानों व मजदूरों के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि पंजाब व महाराष्ट्र स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे करीब रहे हैं। शहीद भगत सिंह, राजगुरु के साथ फांसी पर चढ़ने वाले राजगुरु महाराष्ट्र से थे। उन्होंने पंजाब, बंगाल व महाराष्ट्र के आंदोलन में उनकी अहम भूमिका के कई उदाहरण दिए। देश भगत यादगार कमेटी जालंधर के महासचिव व सीपीआई के राष्ट्रीय परिषद सदस्य कामरेड पृथीपाल सिंह मरीमेघा ने कांफ्रेंस की सफलता पर बधाई दी और भाईचारे का संदेश दिया। कांफ्रेंस में पार्टी के राज्य सचिव कामरेड सुखविंदर सिंह सेखों ने डेलीगेट हाउस में राजनीतिक व संगठनात्मक रिपोर्ट का मसौदा पेश किया। जिस पर खबर लिखे जाने तक बहस जारी थी।

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