जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर के पीजी डिपार्टमेंट ऑफ़ मल्टीमीडिया विभाग द्वारा डॉ सत्यपाॅल आर्ट गैलरी विरसा विहार में ‘रंगीलो राजस्थान पधारो सा’ विषय पर स्मार्टफोन फोटोग्राफी की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। यह प्रदर्शनी विद्यार्थियों के उदयपुर, जोधपुर-जैसलमेर ट्रिप के दौरान विभिन्न विशेष स्थानों पर फोटोग्राफी की प्रतियोगिताओं पर आधारित है। इस प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि के रूप में आर्ट, कल्चर एंड लैंग्वेजेस गवर्नमैंट ऑफ दिल्ली के एडवाइजर दीपक बाली एवं विशेष अतिथि के रूप में एपीजे एजुकेशन की निदेशक डॉ सुचरिता शर्मा उपस्थित हुई। डॉ सुचरिता शर्मा ने मुख्य अतिथि दीपक बाली का अभिनंदन करते हुए कहा कि कला, साहित्य एवं राजनीति के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके दीपक बाली की उपस्थिति निश्चित रूप से हमारे विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने वाली एवं प्रेरणादायी होंगी। मुझे विश्वास है कि उनका अनुभव हमारे विद्यार्थियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाला सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि एपीजे एजुकेशन, एपीजे सत्या एंड स्वर्ण ग्रुप की अध्यक्ष एवं एपीजे सत्या यूनिवर्सिटी की चांसलर सुषमा पॉल बर्लिया जहां एक तरफ ललित कलाओं के विकास एवं संवर्द्धन के लिए दृढ़ संकल्प है वहां दूसरी तरफ डॉ नेहा बर्लिया निष्णात सरोद वादिका है जो हमारे विद्यार्थियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।
दीपक बाली ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ सुचरिता शर्मा की उपस्थिति कला के क्षेत्र में एक घने पेड़ की तरह है जिसकी छाया में फलित कलाकार आज पूरे भारत को कला की खुशबू से महका रहे हैं, उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के युवा इंजीनियरिंग, मेडिकल लाइन में जाने की दौड़ में है और विदेशों में बसने का सपना संजोए बैठे हैं लेकिन आपने कला के क्षेत्र को चुनकर अपने दिल की बात को सुना है और निश्चित रूप से कला वह माध्यम है जिससे समाज में निश्चित रूप से सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। स्मार्टफोन फोटोग्राफी में विद्यार्थियों ने राजस्थान के इन विशेष शहरो की न केवल सुंदरता, आर्किटेक्चरल भव्यता,उसके इतिहास,लोक संस्कृति को अपने कैमरे की नज़र से व्यक्त किया बल्कि रेगिस्तान का जहाज़ कहे जाने वाले ऊंट की पीड़ा एवं व्याकुलता को भी अपने कैमरे में कैद किया। श्रेष्ठ तस्वीरें लिए जाने विद्यार्थियों में से जसमीत कौर को प्रथम, अक्षिता गुंबर को द्वितीय, निमिष खोंसला को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा रेंवांशी, ख्याति,प्रणव एवं सुखमनप्रीत कौर को उनकी बढ़िया फोटोग्राफी के लिए सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने सब का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सुषमा पॉल बर्लिया के निरंतर मार्गदर्शन से ही इस तरह के कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए जाते हैं। डॉ ढींगरा ने कहा कि हमारे मुख्य अतिथि दीपक बाली भी हमेशा हमें कला के विकास में आगे बढ़ने के लिए सुझाव देते रहते हैं और डॉ सुचरिता शर्मा तो निरंतर प्रत्येक क्षेत्र में हमें दिशा निर्देश देते हैं ताकि हम सफलतापूर्वक कार्यक्रमों का आयोजन करते रहे। उन्होंने कलात्मक रुचि रखने वाले विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई इस श्रेष्ठ प्रदर्शनी के लिए उनको बधाई दी और भविष्य में ही लगातार कला के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। इस प्रदर्शनी के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए उन्होंने मल्टीमीडिया विभाग के प्राध्यापक वीरेंद्र सग्गू, अंकित गोयल, दिपितेश एवं मैडम रचिता के प्रयासों की भरपूर सराहना की।