अमृतसर (प्रदीप) :- मिनिस्ट्री ऑफ़ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप मंत्रालय, भारत सरकार और तकनीकी शिक्षा विभाग, पंजाब सरकार के निर्देशानुसार, सरकारी आईटीआई रंजीत एवेन्यू में इस संस्था और दयानंद आईटीआई अमृतसर के संयुक्त प्रयास से आज” कौशल दीक्षांत समारोह” आयोजित किया गया। इस मौके पर पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल मुख्य अतिथि थे। उनके साथ प्रमुख उद्योगपति लवतेश सचदेवा (मालिक नॉवेल्टी ग्रुप), मार्केट कमेटी अजनाला के चेयरमैन जतिंदर पाल सिंह मोती भाटिया, पूर्व पार्षद, और गौरव अग्रवाल (आप पार्टी के नेता) उपस्थित थे। मंत्री महोदय ने लगभग 150 विद्यार्थियों को, जो अपनी-अपनी ट्रेड में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पर आए थे, उन्हें और दोनों संस्थानों के प्रशिक्षकों को, जिन्हें टाटा स्ट्राइव और सीमन्स कंपनी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया था, उनके प्रमाणपत्र वितरित किए।
प्रधानाचार्य इंजीनियर संजीव शर्मा और दोनों संस्थानों के स्टाफ एवं विद्यार्थियों ने उनका स्वागत करते हुए, उन्हें तकनीकी शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस की उच्च प्राथमिकताओं के साथ तकनीकी शिक्षा का श्रेष्ठ मानक बनाए रखने के प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस संस्था में सभी विद्यार्थियों को 100% नौकरियां दिलाई जाती हैं और 100% दाखिला होता है, जो यहां के मेहनती स्टाफ के प्रयास से संभव होता है। मंत्री ने अपने पूर्व छात्र जीवन की चर्चा करते हुए बताया कि वह भी दयानंद आईटीआई के पूर्व छात्र रहे हैं और आज यहाँ आकर बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानाचार्य और स्टाफ की सराहना की और बताया कि उन्होंने यहाँ से 1983 में ड्राफ्ट्समैन (सिविल) का कोर्स किया था और अपने समय में इस संस्था में विद्यार्थियों के प्रधान भी रहे थे। उन्होंने विद्यार्थियों को मेहनत करने का पाठ दिया और कहा कि जीवन में कड़ी मेहनत का फल हमेशा मिलता है, और अपने अध्यापकों का पूर्ण सम्मान करें। उन्होंने इस मौके पर अपने शिक्षक, दिवंगत संतोष सिंह नागी को भी याद किया, जो बहुत सख्त थे और अपने विद्यार्थियों से मेहनत करवाते थे, यहाँ तक कि सख्त सजा भी देते थे। उनकी प्रेरणा से हमने आगे और मेहनत की और विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल की। अगर आप भी जीवन में मेहनत करेंगे तो वह व्यर्थ नहीं जाएगी। अपने माता-पिता और अपने शिक्षकों का सम्मान करें और अपनी ट्रेड से संबंधित पढ़ाई पर ध्यान दें। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरा स्टाफ – रविंदर सिंह (समन्वयक), गुरमीत सिंह, राजदीप सिंह, रंजीत सिंह, नवदीप सिंह, सुखदेव सिंह (प्रशिक्षण अधिकारी), गगनदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, दीपक कुमार, गुरसिमरन सिंह, गुरशरण सिंह, मनदीप सिंह, अमरीक सिंह, हरविंदर सिंह, लाल चंद, नरिंदर पाल सिंह, जुगराज सिंह पन्नू, रविंदर सिंह, नवजोत शर्मा, नवजोत जोशी, सुखराज शर्मा, जगजीत कौर (सुपरिंटेंडेंट), कुलविंदर पाल सिंह, गुरु साहिब सिंह, जसविंदर सिंह, कुलदीप सिंह, मनप्रीत सिंह, मनजीत सिंह, सतनाम, बेबी, प्रदीप कुमार, अवतार सिंह, मनीष कपूर, अमरदीप सिंह और अन्य सभी स्टाफ और विद्यार्थियों ने कड़ी मेहनत की।