फगवाड़ा/अरोड़ा – मोहन लाल उप्पल डी.ए.वी. कॉलेज फगवाड़ा में प्राचार्या डॉ. किरणजीत रंधावा के सक्षम नेतृत्व में तथा एन.एस.एस. और रेड रिबन क्लब मैनुअल व भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार ‘विश्व एड्स दिवस’ के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों को जागरूक किया गया। इस जागरूकता सेमिनार में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए कविता, भाषण और स्लोगन विधि के माध्यम से इस लाइलाज बीमारी के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए।
इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को एच.आई.वी./एड्स के बारे में उचित जानकारी देना और सुरक्षित जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था। इस दौरान प्राचार्या डॉ. रंधावा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि एच.आई.वी./एड्स का प्रभाव समाज में दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है—एक बीमारी के रूप में भी और इसके चलते पैदा होने वाले भेदभाव के रूप में भी। इसके लक्षणों के बारे में जानना और इससे निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाना बहुत ज़रूरी है। इस बीमारी के कारण हर साल लाखों लोग अपनी जान गंवा देते हैं, इसलिए इसके प्रति सचेत होना समय की मांग है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी शैक्षणिक संस्था समय-समय पर समसामयिक विषयों पर जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित करती रहती है। आज उसी क्रम के तहत विश्व एड्स दिवस पर विद्यार्थियों को इस विषय पर जागरूक किया गया। अंत में उन्होंने बताया कि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को समाज से अलग-थलग नहीं करना चाहिए, बल्कि उसे सहयोग और हौसला देना चाहिए तथा उसके मन में फैले भ्रमों को दूर करना चाहिए। एड्स रोगियों से भेदभाव करने की बजाय उनके साथ सहानुभूति से पेश आना चाहिए।
उन्होंने संदेश दिया कि इस बीमारी के कारणों, लक्षणों और बचाव के बारे में खुलकर चर्चा की जाए ताकि समाज में जागरूकता फैल सके। यह सिर्फ हमारे समाज की नहीं बल्कि पूरे विश्व की गंभीर समस्या है। इस बीमारी से बचाव के लिए हमेशा ज़िम्मेदारी, निष्ठा और संयम से काम लेना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
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