पंजाबी दैनिक अख़बार के वरिष्ठ पत्रकार अरुणदीप ने भारत एवं वैश्विक पत्रकारिता के इतिहास से लेकर आधुनिक युग तक के बारे में जानकारी साँझा की
जालंधर (अरोड़ा) :- आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल विश्वविद्यालय (आईकेजी पीटीयू) के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने पूरे उत्साह के साथ राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में पंजाबी दैनिक अख़बार के वरिष्ठ पत्रकार अरुणदीप, जिन्हें विभिन्न मीडिया में काम करने का 26 वर्षों का अनुभव है, ने एक विशेषज्ञ अतिथि व्याख्यान दिया। अरुणदीप वर्तमान में एक पंजाबी दैनिक में वरिष्ठ मुख्य उप-संपादक के रूप में कार्यरत हैं। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) सुशील मित्तल के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत आईकेजी पीटीयू मुख्य परिसर के जेएमसी विभागाध्यक्ष डॉ. रणबीर सिंह के स्वागत भाषण से हुई। डॉ. रणबीर ने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला।



उन्होंने बताया कि 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है, जो 1966 में भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) की स्थापना और संचालन का दिन था। इस दिन लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रेस की भूमिका पर चर्चा का विषय रखा गया था। इस समारोह में जेएमसी विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एकता महाजन और क्षितिज भारत के मार्गदर्शन में छात्रों द्वारा तैयार एक रचनात्मक प्रस्तुति भी शामिल थी। अपने मुख्य भाषण में, अरुणदीप ने अकादमिक सिद्धांत से परे व्यावहारिक पत्रकारिता के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने लोकतंत्र के चार स्तंभों – कार्यपालिका, विधान पालिका, न्यायपालिका और प्रेस – मीडिया के विशिष्ट कार्यों के बारे में बताया। मीडिया की भूमिका पर बोलते हुए, अरुणदीप ने कहा, “प्रेस की भूमिका एक प्रहरी के रूप में कार्य करना, सरकार से सवाल करना एवं उसकी जवाबदेही सुनिश्चित करना है।” व्याख्यान के बाद एक संवादात्मक सत्र हुआ, जहाँ अरुणदीप ने छात्रों से इस क्षेत्र से जुड़े सवालों के जवाब को अधिक विस्तार से चर्चा की! इस सत्र में विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार (जनसंपर्क) रजनीश शर्मा, विभाग के संकाय सदस्य डॉ. एकता महाजन, डॉ. मंगला साहनी, डॉ. संजीव शर्मा, एच.के. सिंह, करमवीर सिंह, करण शर्मा उपस्थित थे। पीएचडी शोधार्थी जगदीप वालिया (प्रसिद्ध विधि व्यवसायी), वारिस मलिक (हिंदी दैनिक के पत्रकार) भी इस सत्र में शामिल हुए।
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