जालंधर (अरोड़ा) :- प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के दूरदर्शी नेतृत्व में, डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर ने नंदी फाउंडेशन द्वारा समर्थित छात्राओं के लिए सात दिवसीय महिंद्रा प्राइड क्लासरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवा महिलाओं को पेशेवर दुनिया में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और आत्मविश्वास से सशक्त बनाना था। इन सत्रों का संचालन प्रतिष्ठित प्रशिक्षक अंजू जैन ने किया, जिन्होंने प्रतिभागियों को व्यक्तित्व विकास, संचार और साक्षात्कार की तैयारी पर संवादात्मक चर्चाओं, व्यावहारिक अभ्यासों और प्रेरक अंतर्दृष्टि के माध्यम से जोड़ा। प्रशिक्षण की शुरुआत आत्म-प्रेम और आत्मविश्वास निर्माण के एक प्रेरक परिचय के साथ हुई, जहाँ सुश्री जैन ने छात्राओं को खूबसूरती से याद दिलाया कि आत्म-प्रेम ही आत्मविश्वास की नींव है, क्योंकि वास्तव में पूरी दुनिया में हमारे जैसा कोई नहीं है। छात्राओं को पेशेवर दुनिया की मूल बातें – रूप-रंग, शारीरिक भाषा और संचार – से परिचित कराया गया, जिसमें इस बात पर ज़ोर दिया गया कि कैसे ये तीन तत्व एक मज़बूत पहली छाप बनाने में मदद करते हैं। प्रशिक्षक ने प्रतिभागियों को पेशेवर शिष्टाचार, सौंदर्य-प्रसाधन और पहनावे से आत्मविश्वास और अनुशासन के बारे में भी बताया।



जैसे-जैसे सत्र आगे बढ़े, छात्रों ने साक्षात्कारों के दौरान खुद को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करना, चुनौतीपूर्ण प्रश्नों के उत्तर देना और अपनी खूबियों को स्पष्टता से व्यक्त करना सीखा। उन्हें लक्ष्य निर्धारण के स्मार्ट मॉडल – विशिष्ट, मापनीय, प्राप्त करने योग्य, यथार्थवादी और समयबद्ध – से परिचित कराया गया, जिससे उन्हें यह समझने में मदद मिली कि कैसे संरचित लक्ष्य दीर्घकालिक सफलता का मार्ग प्रशस्त करते हैं। सुश्री जैन ने छात्रों को अपनी महत्वाकांक्षाओं और उद्देश्यों पर चिंतन करने के लिए भी प्रोत्साहित किया, जिससे उन्हें अपने व्यक्तिगत मूल्यों को अपनी करियर आकांक्षाओं से जोड़ने में मदद मिली। रचनात्मकता, नवाचार और लचीलेपन को प्रोत्साहित करने वाली प्रेरक विज्ञापन फिल्मों को देखकर सत्र और भी समृद्ध हुए। इन वीडियो ने छात्रों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी दृढ़ता और दूसरों के लिए अच्छा करने के महत्व की याद दिलाई। तीसरे दिन, छात्रों ने शक्तिशाली प्रतिज्ञानों का अभ्यास किया जिससे आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच को बल मिला। उन्होंने आत्मविश्वास से भरे संवाद, शारीरिक भाषा और प्रामाणिक अभिव्यक्ति के माध्यम से साक्षात्कारकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करने के तरीके खोजे। आत्म-विश्लेषण अभ्यासों के माध्यम से, छात्रों ने अपनी मूल शक्तियों की खोज की, सुधार के क्षेत्रों की पहचान की, और तनाव से निपटने तथा टीम में प्रभावी ढंग से काम करने के तरीके को समझा। प्रशिक्षण में महिला सशक्तिकरण और नेतृत्व के अवसरों को बढ़ावा देने में राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया, जिससे प्रतिभागियों को बड़े सपने देखने और ऊँचे लक्ष्य निर्धारित करने की प्रेरणा मिली। अंतिम दिनों में, छात्रों ने सुश्री जैन के साथ व्यक्तिगत परामर्श सत्रों में भाग लिया, जहाँ वे अपनी शंकाओं, व्यक्तिगत चुनौतियों और लक्ष्यों को खुलकर साझा कर सके। इन आमने-सामने की बातचीत ने छात्रों को अपने पेशेवर सफ़र में स्पष्टता और आत्मविश्वास हासिल करने में मदद की। इसके अतिरिक्त, वास्तविक समय का अनुभव प्रदान करने के लिए मॉक इंटरव्यू आयोजित किए गए, जिससे छात्रों को संयम और व्यावसायिकता बनाए रखने की कला सीखने में मदद मिली। कार्यक्रम में विचारोत्तेजक विषयों पर एक आकर्षक समूह चर्चा गतिविधि भी शामिल थी, जिसने छात्रों के विश्लेषणात्मक कौशल, टीम वर्क और विविध दृष्टिकोणों का सम्मान करते हुए खुद को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की क्षमता का परीक्षण किया। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस तरह के सत्र संचार और प्रस्तुति कौशल को बढ़ाते हैं, जो छात्रों के लिए वास्तव में आवश्यक हैं और साथ ही ये इंटरैक्टिव अभ्यास प्रतिभागियों के बीच नेतृत्व, सहयोग और आपसी सम्मान की सच्ची भावना को दर्शाते हैं। छात्रों ने पूरे सात दिनों तक बड़े उत्साह के साथ सक्रिय रूप से भाग लिया और कक्षा को सीखने, विकास और आत्म-खोज के एक स्थान में बदल दिया। कार्यक्रम का समापन प्लेसमेंट एवं प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के डीन डॉ. मानव अग्रवाल के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने अंजू जैन के ज्ञानवर्धक और प्रेरक सत्रों के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त किया। वरिष्ठ उप-प्राचार्य डॉ. कुंवर राजीव, उप-प्राचार्य प्रो. सोनिका दानिया, रजिस्ट्रार एवं वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कपूर, प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के उप-डीन एवं कंप्यूटर विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. निश्चय बहल, प्रो. मनीष अरोड़ा सहित अन्य संकाय सदस्यों ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई।
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