जालंधर (अरोड़ा) :- डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी , जालंधर के विभाग कंप्यूटर साइंस एंड एप्लिकेशंस की ओर से यंत्रबुद्धि टेक क्लब के बैनर तले “इनोवेशन एंड स्टार्टअप इन ए.आई.” विषय पर एक ज्ञानवर्धक एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एक्सेंचर कंपनी के इंडस्ट्रियल ए.आई. विभाग में स्ट्रैटेजी एंड कंसल्टिंग प्रोफेशनल वरुण सरीन मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। इस इंटरैक्टिव सत्र का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) की इंडस्ट्री 4.0 में महत्त्वपूर्ण भूमिका से परिचित कराना तथा ए.आई. आधारित नवाचारों के माध्यम से स्टार्टअप और उद्यमिता के क्षेत्र में उभर रही नई संभावनाओं से अवगत कराना था। सरीन ने उद्योगों के विकास की यात्रा पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए बताया कि तकनीकी प्रगति ने किस प्रकार समय के साथ औद्योगिक ढांचे को परिवर्तित किया है। अपने व्यापक अनुभव के आधार पर उन्होंने अनेक व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि किस प्रकार एजेंटिव ए.आई. मॉडल्स ने कंपनियों की उत्पादकता और कार्यकुशलता में उल्लेखनीय वृद्धि की है। उन्होंने विद्यार्थियों को ए.आई. के विभिन्न उपयोगों के बारे में विस्तार से बताया, जो औद्योगिक चुनौतियों का समाधान करने, उत्पादन क्षमता बढ़ाने और संचालन लागत को कम करने में सहायक हैं। सत्र के दौरान एजेंटिव ए.आई. में हो रहे नवीनतम विकासों और इस क्षेत्र में उभर रहे स्टार्टअप अवसरों पर भी चर्चा की गई। अंत में आयोजित प्रश्नोत्तर सत्र में विद्यार्थियों ने सरीन से उत्साहपूर्वक संवाद किया।

डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार ने कहा, “डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी भविष्य के नवोन्मेषकों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शक्ति का उपयोग कर टिकाऊ और स्मार्ट समाधान विकसित कर सकें। इस प्रकार के विशेषज्ञ सत्र अकादमिक जगत और उद्योग जगत के बीच एक सेतु का कार्य करते हैं, जिससे विद्यार्थी भविष्य की चुनौतियों के लिए सक्षम बनते हैं।” रजिस्ट्रार प्रो. (डॉ.) एस. के. अरोड़ा ने कहा, “इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों में नई सोच और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। वे न केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त करते हैं, बल्कि व्यावहारिक दृष्टिकोण से भी यह समझते हैं कि ए.आई. भविष्य के उद्योगों को कैसे आकार दे रही है।” डॉ. अरविंद महिंद्रू, एसोसिएट प्रोफेसर एवं कोऑर्डिनेटर, विभाग कंप्यूटर साइंस एंड एप्लिकेशंस, ने संकाय सदस्यों के साथ मिलकर वरुण सरीन को विश्वविद्यालय की ओर से स्मृति-चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। यह कार्यक्रम अत्यंत सफल एवं प्रेरणादायी सिद्ध हुआ, जिसने विद्यार्थियों में नवाचार, अनुसंधान एवं उद्यमिता के प्रति उत्साह एवं रुचि को बढ़ावा दिया तथा उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में असीम संभावनाओं की खोज हेतु प्रेरित किया।
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