एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, जालंधर ने राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में ए.सी.एफ.ए. युवा संसद 2025 का आयोजन किया

जालंधर (अरोड़ा) :- भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती और राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में, एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, जालंधर में केंद्रीय छात्र संगठन द्वारा युवा संसद 2025″ का एक अनोखा एवं प्रगतिशील विचारों से युक्त लोक सभा के प्रश्न काल के सत्र का आयोजन किया गया। यह एक युवा संसद थी, जिसने छात्रों को जीवंत भारतीय लोक सभा की संसदीय कार्यवाही में भाग लेने के लिए एक मंच प्रदान किया। कार्यक्रम की शुरुआत संचालक सुश्री पलक द्वारा गर्मजोशी से स्वागत के साथ हुई, जिससे उत्साह और बौद्धिक जुड़ाव का माहौल बना। युवा संसद की अवधारणा को एक ऐसे मंच के रूप में खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया, जहाँ युवा मस्तिष्क एक वास्तविक संसद की कार्यप्रणाली का अनुकरण करते हैं – राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर बहस और विचार- विमर्श करते हैं। इस पहल के माध्यम से, छात्रों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया, सरकार और विपक्ष के कामकाज को समझा, साथ ही रचनात्मक संवाद, नेतृत्व और टीम वर्क की कला भी सीखी। हेड बॉय अक्षत और हेड गर्ल युविका ने प्राचार्या डॉ. नीरजा ढींगरा का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया और उनके निरंतर प्रोत्साहन और दूरदर्शी नेतृत्व के लिए आभार व्यक्त किया। लोक सभा के अध्यक्ष तथा संसद सत्र के वक्ता रूप में इतिहास विभाग के अध्यक्ष, और स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज एवं ह्यूमैनिटी के डीन, डॉ. विश्व बंधु वर्मा थे। कार्यक्रम के निर्णायक की भूमिका डॉ. जगमोहन मागो, डॉ. सुप्रीत तलवार और डॉ. मुनीश गुप्ता ने निभाई।

डॉ विश्व बन्धु वर्मा जी ने छात्रों के आत्मविश्वास, विचारों की स्पष्टता और समसामयिक मुद्दों के प्रति जागरूक किया था। विद्यार्थियों को नेताओ के काल्पनिक नाम और लोक सभा में उनका मंत्रीपद से भी अवगत कराया गया था। कार्यवाही में सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच ऑपरेशन सिंदूर, बिहार इलेक्शन और सिस्टेमेटिक इंटेंसिव रिव्यू और वोट चोरी, अनुच्छेद 370, जम्मू कश्मीर में सुरक्षा, देश में बेरोजगारी, गरीबी, बुनियादी ढांचे में हो रहे घोटाले, सांप्रदायिक सौहार्द, जीएसटी बिल और सुधारों, अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आर्थिक सैंक्शन तथा इसकी भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभावों, तथा एक राष्ट्र एक चुनाव जैसे ज्वलंत विषयों पर जोरदार, गहन, और शोधपरक बहस हुई, जो छात्रों की सामाजिक, राजनीतिक वास्तविकताओं से जुड़ाव को दर्शाती है। एपीजे की युवा संसद 2025 में, लोक सभा के प्रश्न काल के सत्र का आयोजन किया गया। डॉ विश्व बन्धु वर्मा ने सत्र में कहा एपीजे में युवा संसद का आयोजन हमारे संस्थान के लिए ऐतिहासिक अवसर है, जहां राष्ट्र के भावी जनप्रतिनिधि, नीति निर्माता, और विचारकों को अपने विचार सब के समक्ष रखने का मौका मिलेगा। युवा संसद के आयोजन अर्थ केवल वाद विवाद करवाना नहीं होता, अपितु यह सभी को ऐसा मंच प्रदान करना होता है, जहां मतभेदों के बीच संवाद जिंदा रहता है, जहां विचारों की टकराहट से समाधान का प्रकाश उत्पन होता है। इस युवा संसद की प्रक्रिया में हम सम्मानपूर्वक असहमति, तर्कसंगत चर्चा, ओर विवेकपूर्ण निर्णय, लोकतंत्र की आत्मा को जीवंत रखते है। सभा को संबोधित करते हुए, प्राचार्य डॉ. नीरजा ढींगरा ने छात्रों और शिक्षकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “युवा संसद एक उल्लेखनीय पहल है जो लोकतांत्रिक मूल्यों को पोषित करती है और हमारे युवाओं को हमारे राष्ट्र को आकार देने वाले मुद्दों पर गंभीरता से सोचने के लिए प्रेरित करती है। इस राष्ट्रीय एकता दिवस पर, जब हम सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, तो आइए हम अखंडता, एकता और ज़िम्मेदार नागरिकता के आदर्शों को बनाए रखने के लिए भी प्रतिबद्ध हों।” उन्होंने उन मार्गदर्शकों के प्रयासों की सराहना की जिन्होंने इन छात्रों को मॉक पार्लियामेंट सत्र के लिए तैयार किया और उन्हें अनुभवात्मक शिक्षा का अवसर प्रदान किया। उन्होंने छात्रों को अपनी राय बनाने और इस प्रकार राष्ट्र के जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया। अपने संसदीय व्यवहार, तर्कों और भाषण कौशल के आधार पर, कुछ छात्रों को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार दिए गए। युवा संसद 2025 के सर्वश्रेष्ठ वक्ता के रूप मे सुश्री कनिष्का मट्टू और रीत, चैंपियन ऑफ द कॉज़ के लिए अश्विन और साहिल, और सर्वश्रेष्ठ सांसद के लिए कृष और युविका का चुनाव किया गया। इन सभी युवा सांसदों को ट्रॉफी दे कर सम्मानित किया गया। कॉलेज प्राचार्या डॉ नीरजा ढींगरा जी ने सभी विजेताओ को बधाई और प्रोत्साहन देते हुए, सुषमा पाल बर्लिया, चेयरपर्सन, एपीजे एजुकेशन चांसलर एपीजे सत्या यूनिवर्सिटी, चेयरपर्सन एपीजे सत्या एंड स्वर्ण ग्रुप तथा उनकी सुपुत्री तथा एपीजे एजुकेशन की ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ नेहा बर्लिया जी को उनके शिक्षा के प्रति उल्लेखनीय योगदान और कॉलेज को लगातार मिल रही प्रेरणा के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों, निर्णायकों और आयोजकों के योगदान को स्वीकार करते हुए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसको केंद्रीय छात्र संगठन के डीन, डॉ जगमोहन मागो ने दिया। उन्होंने इस संसद सत्र को सफ़ल बनाने के लिए समस्त अध्यापकों, विशेषतया डॉ विश्व बन्धु वर्मा, डॉ पायल अरोड़ा, डॉ मुनीश गुप्ता, डॉ केवल कृष्ण, डॉ सुप्रीत तलवार, हरप्रीत कौर और पलक को बधाई दे धन्यवाद किया।

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