अमृतसर (प्रदीप) :- बी बी के डी ए वी कॉलेज फॉर विमेन, अमृतसर ने श्रेद्धय महात्मा आनंद स्वामी की पावन जयंती एवं महर्षि दयानंद सरस्वती के महिला सशक्तिकरण को समर्पित दीपावली मेला एवं शून्य प्लासटिक, कौशल तथा उद्यमशीलता उत्सव भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत पंजीकृत नेशनल एडुट्रस्ट ऑफ इंडिया के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसका इसका उद्देश्य छात्राओं में उद्यमिता कौशल को प्रोत्साहित करना था। यह कार्यक्रम राष्ट्र में आर्य समाज और डी.ए. वी आंदोलन के एक मजबूत स्तंभ, महात्मा आनंद स्वामी जी को समर्पित था। इंद्रजीत संधू, क्रिएटिव डायरेक्टर और सीईओ, एसेक्स कल्चरल डायवर्सिटी प्रोजेक्ट, एसेक्स, यू.के से विशिष्ट अतिथि, इस अवसर पर उपस्थित हुए और उन्होंने पर्यावरण-अनुकूल नवाचार को बढ़ावा देने और कौशल-आधारित पहलों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के प्रति कॉलेज की प्रतिबद्धता की सराहना की और छात्राओं की रचनात्मकता की प्रंशसा करते हुए स्थायी उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए संस्थान के प्रयासों की सराहना की। कौशल मेले के दौरान, छात्राओं में रचनात्मकता और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए 64 स्टॉल लगाए गए। मेले में लगभग 200 छात्रों ने टाई एंड डाई, ब्लॉक और स्क्रीन प्रिंटिंग, अपहोल्स्ट्री और उपयोगी वस्तुएँ, जूट बैग, भित्ति चित्र, मेंहदी कला, नेल आर्ट, परिधान, सहायक उपकरण, स्कार्फ, स्टोल, वॉल हैंगिंग, दुपट्टा, पेपर लालटेन, दर्पण, मोमबत्तियाँ, दीपक, टोट बैग, आभूषण, टेबल क्लॉथ आदि कपड़ा डिज़ाइनिंग तकनीकों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। छात्राओं ने विभिन्न खाद्य व्यंजनों जैसे भेल पूरी, न्यूट्री कुल्चा, सैंडविच, गोलगप्पे, केक, चॉकलेट, मोजिटो और पास्ता आदि के स्टॉल भी लगाए।


उत्सव में ज़ीरो प्लास्टिक स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप पहल के तहत एक चैरिटी कॉर्नर का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य दिवाली के त्योहारी मौसम में सामुदायिक कल्याण, करुणा और स्थिरता के मूल्यों को बढ़ावा देना था। संकाय सदस्यों और छात्राओं ने मिठाइयाँ, कपड़े, क्रॉकरी और अन्य उपयोगी वस्तुओं का योगदान देकर सक्रिय रूप से भाग लिया। एकत्रित वस्तुओं को प्राचार्या डॉ. पुष्पिंदर वालिया द्वारा वंचित परिवारों और सहायक कर्मचारियों को दिवाली उपहार के रूप में वितरित किया गया। नेशनल एडुट्रस्ट ऑफ इंडिया के सीईओ समर्थ शर्मा के प्रयासों की सराहना करते हुए प्राचार्या डॉ. पुष्पिंदर वालिया ने कहा कि इस तरह की पहल छात्राओं की उद्यमशील क्षमता को पोषित करने और प्रदर्शित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने आगे कहा कि बी बी के डी ए वी महिला कॉलेज ने अनुभवात्मक शिक्षा को निरंतर प्रोत्साहित किया है और महिला सशक्तिकरण के प्रमुख मार्ग के रूप में आत्मनिर्भरता के सिद्धांत को कायम रखा है। इस अवसर पर, स्थानीय समिति के अध्यक्ष सुदर्शन कपूर, स्थानीय समिति के सदस्य विपिन भसीन, आर्य समाज से राकेश मेहरा, संदीप आहूजा, अतुल मेहरा तथा टीचिंग एवं नॉन टीचिंग के सदस्य और छात्राएँ विशेष तौर पर उपस्थित रहीं।
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