‘टेररिस्ट की प्रेमिका’ ने दिखाया प्रेम से प्रतिरोध तक का सफ़र
जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में हिंदी नाटक “टेररिस्ट की प्रेमिका” का मंचन किया गया, जिसने अपने सशक्त अभिनय और भावनात्मक गहराई से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। लखनऊ के अभिषेक तिवारी द्वारा निर्देशित और पाली बुपिंदर सिंह द्वारा लिखित इस डेढ़ घंटे के नाटक में प्रेम, संघर्ष और विचारधारा जैसे जटिल मानवीय भावों को बारीकी से उकेरा गया। मुख्य कलाकार स्वर्ण रूपोवाली, उत्कर्ष सिंह और अन्य कलाकारों के उत्कृष्ट अभिनय ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी। नाटक की कहानी अनीत नामक एक संवेदनशील स्त्री की है, जो कविता, संगीत और प्रेम की भावनाओं में रची-बसी थी।




उसका संसार, जो उसके पुलिस अधिकारी पति के प्रति समर्पण पर टिका था, तब हिल गया जब एक आतंकवादी पुरानी दुश्मनी निभाने उसके घर पहुँचा। जो कहानी प्रेम से शुरू हुई, वह धीरे-धीरे साहस, संघर्ष और आत्म-जागरण की भावनात्मक यात्रा में बदल गई — एक स्त्री की प्रेम से प्रतिरोध तक की प्रेरणादायक कहानी। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि थिएटर, कला और संस्कृति विद्यार्थियों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सीटी ग्रुप में ऐसे आयोजन मनोरंजन से आगे बढ़कर सोच और संवेदना को जागृत करने वाले अनुभव बन जाते हैं। थिएटर के माध्यम से विद्यार्थियों में रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का विकास होता है — जो उनके सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक हैं।




इस अवसर पर को-चेयरपर्सन परमिंदर कौर, वाइस चेयरमैन हरप्रीत सिंह, डायरेक्टर डीएसडब्ल्यू दविंदर सिंह तथा डीन डीएसडब्ल्यू डॉ. अर्जन सिंह ने कलाकारों और आयोजकों के प्रयासों की सराहना की। जिला भाषा अधिकारी जसप्रीत कौर ने इस पहल को भाषा और सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण की दिशा में सराहनीय कदम बताया। इस कार्यक्रम का मंच संचालन गुरविंदर सिंह द्वारा किया गया। “टेररिस्ट की प्रेमिका” ने यह साबित किया कि थिएटर केवल प्रदर्शन कला नहीं, बल्कि आत्ममंथन, संवाद और सामाजिक जागरूकता का प्रभावशाली माध्यम है।
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