जालंधर (अरोड़ा) :- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पंजाब सचिव कॉमरेड सुखविंदर सिंह सेखों ने भाजपा सांसद गिरिराज सिंह द्वारा हाल ही में की गई विवादास्पद टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए इसे “अल्पसंख्यकों के प्रति भाजपा की नफ़रत का स्पष्ट प्रतिबिंब” बताया। उन्होंने कहा कि देश के अल्पसंख्यकों की तुलना “नमक हरामी” जैसे शब्दों से करना सत्तारूढ़ दल की संकीर्ण मानसिकता और भारत के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के प्रति उसकी उपेक्षा को उजागर करता है। कॉमरेड सेखों ने कहा कि ऐसी टिप्पणियों को व्यक्तिगत राय कहकर खारिज नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये पार्टी की मानसिकता का प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्होंने कहा, “भारत का संविधान धर्मनिरपेक्ष है और सभी धर्मों, जातियों और समुदायों को समान सम्मान की गारंटी देता है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता द्वारा ऐसी भाषा का इस्तेमाल हमारे संविधान की भावना का सीधा अपमान है।” उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि गिरिराज सिंह की टिप्पणी ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन और मुस्लिम समेत सभी अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बना रही है। उन्होंने आगे कहा, “इस तरह की विभाजनकारी बयानबाज़ी नफ़रत फैलाती है और सांप्रदायिक सद्भाव को ख़तरा पहुँचाती है।” कॉमरेड सेखों ने माँग की कि अगर भाजपा सचमुच धर्मनिरपेक्ष संविधान में विश्वास करती है, तो उसे गिरिराज सिंह को पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए और उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर देनी चाहिए। उन्होंने अल्पसंख्यक समुदायों से एकजुट होने, भाजपा की विचारधारा और नीतियों पर चर्चा करने और देश के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताने-बाने की रक्षा के लिए एक संयुक्त मोर्चा बनाने का भी आग्रह किया।
