चंडीगढ़ (ब्यूरो) :- क्षेत्रीय सहकारी प्रबंध संस्थान, चंडीगढ़ में आज दिनाक 17 अक्टूबर 2025 को रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के निदेशालय जनरल ऑफ रिसेटलमेंट (DGR) द्वारा प्रायोजित 24 सप्ताह के व्यवसाय प्रबंधन प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम का समापन एवं दीक्षांत समारोह बड़े उत्साहपूर्वक आयोजित किया गया। यह पाठ्यक्रम भारतीय थल सेना, नौसेना एवं वायु सेना के 19 अधिकारियों के लिए 05 मई 2025 से 17 अक्टूबर 2025 तक संचालित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर सुधीर मलिक, ए.डी.जी., निदेशालय जोन वेस्ट, चंडीमंदिर रहे। उनका स्वागत संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव कुमार ने पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया। मुख्य अतिथि द्वारा सर्वप्रथम संस्थान परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के अंतर्गत एक पौधा रोपित किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस पाठ्यक्रम ने उन्हें व्यवसाय प्रबंधन, वित्तीय योजना, विपणन, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन तथा सहकारी संस्थागत ढाँचे की गहन समझ प्रदान की है। यह प्रशिक्षण उन्हें सैन्य सेवा के पश्चात् नागरिक जीवन में उद्यमिता, व्यवसायिक प्रबंधन, सहकारी क्षेत्र में नेतृत्व एवं कॉर्पोरेट क्षेत्र में रोजगार के अवसरों के लिए तैयार करता है।
मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर सुधीर मलिक ने अपने संबोधन में कहा कि DGR का प्रमुख उद्देश्य देश के पूर्व सैनिकों को नवीन जीवन कौशल एवं प्रबंधकीय दक्षता प्रदान करना है, ताकि वे सेवानिवृत्ति के पश्चात् भी राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें। DGR समय-समय पर देश के विभिन्न प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थानों के सहयोग से ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है, जिससे पूर्व सैनिक उद्यम स्थापित कर सकें, सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें तथा निजी क्षेत्र में भी बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें।
संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव कुमार ने प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण केवल एक पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि एक नए करियर की दिशा में सशक्त कदम है। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने अनुभव और ज्ञान को समाजहित में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों द्वारा निदेशक महोदय को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार व्यक्त किया गया। समारोह का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।
