जालंधर (कुलविंदर) :- दर्शन अकादमी, जालंधर में माँ बोली पंजाबी दिवस बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर पंजाबी संस्कृति की खुशबू और भाषा की मिठास से सराबोर हो उठा। कार्यक्रम की शुरुआत पंजाबी भाषा की महत्ता पर आधारित एक संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली भाषण से हुई, जिसे पंजाबी विषय की अध्यापिका ने प्रस्तुत किया। उन्होंने पंजाबी भाषा को केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि एक जीवंत विरासत बताया जो प्रेम, वीरता और आत्मीयता की पहचान है। उन्होंने कहा, पंजाबी केवल बोलचाल की भाषा नहीं, यह हमारी आत्मा की आवाज़ है, हमारी जड़ों से जुड़ने का माध्यम है। इसके पश्चात उन्होंने पंजाबी भाषा पर एक सुंदर कविता का पाठ किया, जिसमें शब्दों के माध्यम से भाषा की गरिमा, संस्कृति की गहराई और लोक परंपराओं की झलक प्रस्तुत की गई।विद्यालय की एक छात्रा ने भी कविता वाचन द्वारा कार्यक्रम को जीवंत बना दिया। उसकी ओजस्वी वाणी ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। छात्रा की आवाज़ में वह गर्व और आत्मीयता स्पष्ट झलक रही थी जो किसी भी भाषा को जीवंत बनाती है।कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य दिनेश सिंह जी ने सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्टाफ को माँ बोली पंजाबी दिवस की शुभकामनाएँ दीं।
