जालंधर (तरुण) :- पीसीएम एस.डी. महिला महाविद्यालय, जालंधर में हिंदी साहित्य धारा के अंतर्गत हिंदी दिवस बड़े उत्साह और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। इस अवसर पर, एक जीवंत नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया, जिसमें भारत और विश्व में हिंदी भाषा के महत्व, सौंदर्य और बढ़ती प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया। बी.ए. और बी.एड. (हिंदी) के लगभग छह विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक में भाग लिया, जबकि लगभग चालीस विद्यार्थी दर्शक के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कलाकारों ने हिंदी के गौरव का बखान किया और देश-विदेश में इसकी निरंतर बढ़ती लोकप्रियता पर प्रकाश डाला। प्राचार्य डॉ. पूजा पाराशर ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया और सभी को हिंदी को राजभाषा (राजभाषा), राष्ट्रभाषा (राष्ट्रभाषा) और संपर्क भाषा (संपर्क भाषा) के रूप में अधिकतम उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने हिंदी विभाग के प्रयासों की सराहना की और इस सार्थक कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए डॉ. नीना मित्तल और दिवाक्षी सहित छात्रों और संकाय सदस्यों को बधाई दी। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्यों और प्राचार्या डॉ. पूजा पाराशर ने इस अवसर पर हार्दिक बधाई दी और राष्ट्र की भाषाई और सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने के लिए हिंदी विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने छात्रों की सक्रिय भागीदारी पर गर्व व्यक्त किया और ऐसे प्रयासों का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई जो भारत की राष्ट्रभाषा के प्रति गहरा सम्मान पैदा करें और युवा छात्रों में सांस्कृतिक साक्षरता को बढ़ावा दें।
