रोपड़ से 1.14 लाख क्यूसिक पानी छोड़े जाने के बाद डिप्टी कमिश्नर ने एहतियात के तौर पर जारी की एडवाइजरी*

दरिया के आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से नदी किनारे जाने से परहेज करने की अपील
कहा, बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम

जालंधर (अरोड़ा) :- सोमवार शाम को रोपड़ से 1.14 लाख क्यूसिक पानी छोड़े जाने के बाद जालंधर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर एडवाइजरी जारी की है। यह पानी मंगलवार सुबह तक जालंधर पहुंचने की संभावना है, जिसके चलते जिला अधिकारियों ने दरिया के किनारे और संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने निचले और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से अपील की कि वे बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से बचने के लिए दरिया के किनारों पर जाने से बचे और ऊंचे स्थानों पर स्थापित राहत शिविरों में चले जाएं। उन्होंने बताया कि अन्य ड्रेन के पानी सहित लगभग 1.25 से 1.50 लाख क्यूसिक पानी जालंधर से होकर गुजर सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति को रोकने के लिए पहले से ही व्यापक इंतजाम किए है। उन्होंने आश्वासन दिलाया कि भोजन की सप्लाई, चारा और दवाइयां उपलब्ध है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुविधा के लिए जिले भर में 54 से अधिक राहत केंद्र स्थापित किए गए हैं। उन्होंने लोगों से स्थानीय अधिकारियों के साथ सहयोग करने की भी अपील की।
डा. अग्रवाल ने लोगों से दरिया के किनारों पर जाने से परहेज करने की अपील की, जो पानी के स्तर में अचानक वृद्धि के बाद खतरनाक हो सकता है। उन्होंने बताया कि संवेदनशील गांवों में प्रशासकीय टीमें तैनात कर दी गई हैं और लोगों को जागरूक करने के लिए धार्मिक स्थानों के माध्यम से घोषणाएं की जा रही हैं। सामूहिक सतर्कता की आवश्यकता पर जोर देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिले में पानी के उचित प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने आगे कहा कि जालंधर में राज्य स्तरीय बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां लोग 0181-2240064 पर फोन करके आपातकालीन जानकारी दे सकते है या सहायता प्राप्त कर सकते है। डा.अग्रवाल ने कहा कि हालात सतर्क रहने की मांग करते हैं, लेकिन समय पर कार्रवाई और जनसहयोग से इस चुनौती से निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस स्थिति से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए उचित जागरूकता और सतर्क रहने पर जोर दिया।

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