भारी बारिश के कारण जलभराव, स्थिति नियंत्रण में: डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल

कहा, पंजाब सरकार द्वारा स्थापित कंट्रोल रूम के माध्यम से 200 से अधिक फोन कॉल्स पर कार्रवाई जालंधर जिले में 54 राहत केंद्र स्थापित गिद्दड़पिंडी से 70,000 क्यूसेक से अधिक पानी का बहाव; बांध में दरार की कोई सूचना नहीं लोगों को घबराने की जरूरत नहीं, पंजाब सरकार जल्द से जल्द जल निकासी के लिए ठोस प्रयास कर रही

जालंधर (अरोड़ा) :- डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने सोमवार सुबह जलंधर में 12 घंटे से अधिक समय तक हुईj लगातार बारिश के बाद जलभराव की स्थिति का जायजा लेने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया। उनके साथ नगर निगम कमिश्नर संदीप ऋषि भी मौजूद थे। डा.अग्रवाल ने बताया कि लगातार बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, पंजाब सरकार के निर्देशों पर जालंधर प्रशासन, नगर निगम और पुलिस विभाग के संयुक्त प्रयासों से प्रभावित क्षेत्रों में बारिश के पानी की जल्द निकासी सुनिश्चित की गई है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि बाढ़ कंट्रोल रूम में घरों और बेसमेंट में पानी घुसने की शिकायतों से संबंधित 200 से अधिक फोन कॉल्स आए। उनकी टीमों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पानी की निकासी सुनिश्चित की, और यह कार्य लगातार जारी है। बारिश का पानी काला संघिया ड्रेन में छोड़ा गया है, जो आगे सतलुज दरिया में मिल जाता है। डा.अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि जिले में किसी भी बांध के टूटने की कोई सूचना नहीं है। गिद्दड़पिंडी से लगभग 70,000 क्यूसिक पानी बह रहा है, जबकि बांध की क्षमता 1 लाख क्यूसिक है, इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि भाखड़ा बांध से पानी छोड़े जाने पर नजदीकी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। प्रशासन की तैयारियों पर प्रकाश डालते हुए, डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि 54 राहत केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 8 वर्तमान में कार्यरत हैं। संवेदनशील क्षेत्रों के निवासियों को पहले ही इन केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है। लोगों से शांत रहने की अपील करते हुए, डा. अग्रवाल ने आश्वासन दिया कि शहर और दरिया दोनों की स्थिति काबू में है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है, क्योंकि बाढ़ कंट्रोल के लिए पहले से ही पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने सहायता के लिए बाढ़ कंट्रोल रूम नंबर (0181-2240064) और व्हाट्सएप मैसेजिंग नंबर (9646-222-555) भी सांझा किए।

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