फगवाड़ा/अरोड़ा – मोहन लाल उप्पल डी.ए.वी. कॉलेज फगवाड़ा में प्रिंसिपल डॉ. किरणजीत रंधावा के योग्य नेतृत्व में ‘स्त्री समानता दिवस’ के अवसर पर सेमिनार आयोजित किया गया। इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को स्त्री जाति के समाज में महत्व और लैंगिक समानता के प्रति जागरूक करना था। इस अवसर पर सेमिनार में भाग लेने वाले विद्यार्थियों ने कविता, भाषण, गीत और स्लोगन प्रस्तुति के माध्यम से समाज में नारी की स्थिति और उसके महत्व को उजागर किया।
इस दौरान प्रिंसिपल डॉ. रंधावा ने ‘स्त्री समानता दिवस’ के संदर्भ में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि भारत के इतिहास में स्त्री जाति ने हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने केवल घरेलू जीवन में ही नहीं, बल्कि विज्ञान, राजनीति, साहित्य, शिक्षा, खेल और व्यापार में भी सफलता के झंडे गाड़े हैं। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के लिए यह समय बेहद मूल्यवान है कि वे स्त्री जाति की महानता को पहचानते हुए समाज में फैली लैंगिक असमानता की कुरीति को समाप्त करने के लिए आगे आएँ, ताकि एक सफल समाज का निर्माण हो सके। ऐसा सफल समाज तभी बन सकता है जब समाज का हर वर्ग स्त्री जाति को पूरे अधिकार और अवसर प्रदान करे।
उन्होंने कहा कि जब हम ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा देते हैं तो इसका असली मतलब यही है कि स्त्री को हर क्षेत्र में अपने सपने साकार करने की आज़ादी मिले।उन्होंने बताया कि डी.ए.वी. कॉलेज विद्यार्थियों को केवल शैक्षणिक ही नहीं, बल्कि नैतिक और सामाजिक रूप से भी मजबूत बनाने के लिए ऐसे सेमिनार का आयोजन करता रहता है।
इसी कड़ी के तहत आज कॉलेज में ‘स्त्री समानता दिवस’ पर यह सेमिनार आयोजित किया गया। उन्होंने विश्वास दिलाया कि डी.ए.वी. कॉलेज भविष्य में भी ऐसे सेमिनार आयोजित करता रहेगा।अंत में प्रिंसिपल डॉ. रंधावा, समस्त स्टाफ और विद्यार्थियों ने स्त्रियों के खिलाफ हिंसा और भेदभाव को समाप्त करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर पूरा स्टाफ उपस्थित रहा।