डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी में इमोशनल इंटेलिजेंस विषय पर एक्सटेंशन लेक्चर आयोजित

जालंधर (अरोड़ा) :- डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी, जालंधर के साइकोलॉजी विभाग द्वारा ‘इमोशनल इंटेलिजेंस विषय पर एक एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। इस लेक्चर में सेज सस्टेनेबिलिटी की एडवाइज़र और हेड ऑफ कैपेबिलिटी डेवलपमेंट, डॉ. शबनम प्रियदर्शिनी मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुई। सत्र ने छात्रों और फैकल्टी सदों को आत्म-जागरुकता, सहानुभूति और भावनात्मक नियंत्रण के महत्व को समझने और इन कौशलों की व्यक्तिगत विकास, नेतृत्व तथा व्यावसायिक सफलता में भूमिका पर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान किया।
अतिथि का स्वागत करते हुए सी.बी.एम.ई. और हयूमैनिटीज़ की डीन, डॉ. गीतिका नागरय ने आज के तेज-तर्रार युग में इमोशनले इंटेलिजेंस की बढ़ती आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जहाँ अकादमिक ज्ञान महत्वपूर्ण है, वहीं भावनाओं को समझना, उन्हें नियंत्रित करना और प्रभावी ढंग से उनका उत्तर देना सफलता की नीव है। उन्होंने छात्रों को ऐसे कौशल अपनाने के लिए प्रेरित किया ताकि वे समय विकास प्राप्त कर सकें।


डॉ. शबनम प्रियदर्शिनी ने अपने संबोधन में इमोशनल इंटेलिजेंस के प्रमुख तत्वों- आत्म-जागरुकता, आत्म-नियंत्रण, प्रेरणा, सहानुभूति और सामाजिक कौशल का विस्तारपूर्वक वर्णन किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भावनात्मक बुद्धिमता का विकास बौद्धिक क्षमताओं को मजबूत करने जितना ही आवश्यक है। उन्होंने छात्रों को जर्नलिंग, माइंडफुलनेस अभ्यास और ध्यान जैसे व्यावहारिक उपाय सुझाए, जो उनकी भावनात्मक जागरुकता बढ़ाने और दैनिक जीवन में उन्हें लागू करने में सहायक हो सकते हैं। सत्र इंटरैक्टिव रहा, जिसमे छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और विचारोतेजक प्रश्नों के उत्साहपूर्वक उत्तर दिए।
डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इमोशनल इंटेलिजेंस जिम्मेदार नागरिकों और गतिशील नेताओं के निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “जो छात्र अकादमिक ज्ञान के साथ-साथ भावनात्मक कौशल भी विकसित करते हैं, वे विचारशील पेशेवर और करुणाशील इंसान के रूप में अपनी अलग पहचान बनाएंगे।”
रजिस्ट्रार, प्रो. (डॉ.) एस. के. अरोड़ा ने भावनात्मक बु‌द्धिमत्ता की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा कि यह साहस, लचीलापन और मजबूत मानवीय संबंधों के निर्माण में मदद करती है। उन्होंने मनोविज्ञान विभाग को इस महत्वपूर्ण लेक्चर के आयोजन के लिए बधाई दी और छात्रों को इस मनोविज्ञान के अहम पहलू को और गहराई से समझने के लिए प्रेरित किया। लेक्चर का समापन प्रेरणादायक वातावरण में हुआ, जहाँ छार्च और अध्यापकों ने सत्र के प्रति अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त की, जिसने इमोशनल इंटेलिजेंस के महत्व को सामूहिक समझ, आत्मविश्वास और उत्कृष्टता के विकास के लिए पुनः स्थापित किया।

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