जालंधर (अरोड़ा) :- डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) ने प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के कुशल मार्गदर्शन में “इनोवेशन एंड स्टार्टअप इकोसिस्टम” पर कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यक्रम छात्रों को स्टार्टअप इकोसिस्टम की प्रासंगिकता से परिचित कराने के लिए आयोजित किया गया था।
प्रो. पंकज गुप्ता ने सेमिनार में सभी गणमान्य व्यक्तियों, संकाय सदस्यों एवं छात्रों का स्वागत किया। आईआईसी समिति द्वारा मुख्य वक्ता का हार्दिक स्वागत किया गया। सेमिनार की शुरुआत डी.ए.वी. गान से हुई। प्रो. गुप्ता ने मुख्य वक्ता का विस्तृत परिचय दिया और छात्रों से कार्यशाला में पूरे मनोयोग से भाग लेने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुखविंदर सिंह, साइट क्यूए मैनेजर, आईटीसी कपूरथला से थे।
उन्होंने उपयुक्त उदाहरण देते हुए आविष्कार, नवाचार और स्टार्टअप शब्दों को विस्तार से समझाया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि एक नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र परस्पर जुड़ी संस्थाओं – व्यक्तियों, संगठनों, संसाधनों और प्रक्रियाओं – का एक नेटवर्क है जो नवाचार को बढ़ावा देने और आगे बढ़ाने के लिए सहयोग करते हैं। यह एक गतिशील वातावरण है जहाँ विविध कर्ता नवीन विचारों को उत्पन्न करने, विकसित करने और बढ़ाने के लिए मिलकर काम और सहयोग करते है।



ये पारिस्थितिकी तंत्र विभिन्न स्तरों पर मौजूद हो सकते हैं, शहर-व्यापी पहलों से लेकर उद्योग-विशिष्ट या कॉर्पोरेट-स्तरीय प्रणालियों तक। उन्होंने विभिन्न उद्योगों के उदाहरणों का उपयोग करते हुए विचार प्रस्तुत किए और छात्रों को नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी प्रदाता बनने के लिए प्रेरित किया। सत्र में कुल 80 छात्रों ने भाग लिया। इस आयोजन ने न केवल विषय के उनके सैद्धांतिक ज्ञान को समृद्ध किया, बल्कि इसके व्यावहारिक पहलुओं के बारे में जागरूक किया । छात्रों ने संवादात्मक सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया और इस आयोजन के बारे में सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे ज्ञानवर्धक और विचारोत्तेजक बताया।

प्रो. राजीव पुरी (संयोजक, आईआईसी) ने इस आयोजन में भाग लेने के लिए सभी संकाय सदस्यों और छात्रों का धन्यवाद किया। उन्होंने इस तरह की गतिविधियों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि इस तरह की भागीदारी आत्मविश्वास, टीम वर्क और समग्र व्यक्तित्व विकास में कैसे मदद करती है। प्रो. भारतेंदु सिंगला (विभागाध्यक्ष, खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी), प्रो. निश्चय बहल (विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर विज्ञान), प्रो. अनु गुप्ता और प्रो. विशाल शर्मा ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने इस आयोजन के लिए आईआईसी द्वारा की गई पहल की सराहना की, जिससे छात्रों को अपनी व्यावहारिक शिक्षा को बढ़ाने और स्टार्टअप इकोसिस्टम की व्यावहारिक जानकारी से अवगत कराने के लिए एक मंच प्रदान किया जा सके।