भाजपा का असली चेहरा बेनक़ाब – गरीबों की आड़ में डाटा चोरी की साज़िश
जालंधर, 23 अगस्त (सेठी) – भाजपा सरकार गरीबों की हमदर्द होने का नाटक कर रही है, लेकिन असल में उसका मकसद गरीबों की मदद नहीं बल्कि उनका निजी डाटा चुराकर अपने राजनीतिक और व्यावसायिक हित साधना है। भाजपा के झूठे वादे और प्रचार अब जनता के सामने पूरी तरह बेनक़ाब हो चुके हैं। यह सरकार महँगाई, बेरोज़गारी और किसानों–मज़दूरों की समस्याओं पर तो पूरी तरह विफल रही है, लेकिन जनता को गुमराह करने में हर रोज़ नए-नए हथकंडे अपनाती रहती है।महँगाई आसमान छू रही है, बेरोज़गार नौजवान दर-दर भटक रहे हैं और किसान अपनी मेहनत की सही कीमत पाने के लिए संघर्षरत हैं, लेकिन भाजपा सरकार इन मुद्दों पर चुप है। इसके बजाय भाजपा गरीबों की आँखों में धूल झोंकने के लिए मगरमच्छ के आँसू बहा रही है और संवेदनाओं का इस्तेमाल करके निजी जानकारियों को हथियाने की चाल चल रही है।
राशन कार्ड, आधार और बैंक डिटेल जैसी महत्वपूर्ण जानकारियों को चुनावी और कॉर्पोरेट फ़ायदे के लिए इस्तेमाल करने की योजना भाजपा का असली एजेंडा है। यही भाजपा का सबसे खतरनाक चेहरा है, जिसे जनता अब पूरी तरह पहचान चुकी है।
आम आदमी पार्टी – जनता की उम्मीदों पर खरी जब भाजपा सिर्फ़ छलावा और साज़िश कर रही है, तब आम आदमी पार्टी ने जनता को असली राहत दी है।
पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार ने 300 यूनिट प्रति माह मुफ़्त बिजली देकर लाखों परिवारों को सीधा लाभ पहुँचाया।
सरकारी स्कूलों और अस्पतालों को मज़बूत करके शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में ऐतिहासिक सुधार किए।
युवाओं को रोज़गार और स्वरोज़गार योजनाओं से जोड़ा, जिससे बेरोज़गारी को कम करने में मदद मिली।
किसानों की कर्ज़ माफी और बकाया फसल अदायगी कर उनके संघर्ष को सहारा दिया।
गाँवों और शहरों में समान रूप से विकास के लिए पंचायती और शहरी विकास योजनाओं पर तेज़ी से काम हुआ।आम आदमी पार्टी ने यह साबित किया है कि ईमानदार राजनीति से जनता की ज़िंदगी में असली बदलाव लाया जा सकता है।
भाजपा के झूठे प्रचार और साज़िशों को लेकर आम आदमी पार्टी पूरी तरह सजग है। जनता को गुमराह करने की भाजपा की कोशिशें नाकाम होंगी।