अमृतसर (प्रदीप) :- बी बी के डी ए वी कॉलेज फॉर विमेन में रंगों, संगीत और पारंपरिक उत्साह के साथ तीज का त्यौहार बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। टाइमलेस एस्थेटिक्स की संस्थापक और प्रबंध निदेशक डॉ. शिखा बागी ने मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई। समारोह की शुरुआत युवा कल्याण विभाग की छात्राओं द्वारा जोशीले गिद्दा नृत्य के साथ हुई, जिसमें पंजाब की सांस्कृतिक विरासत और उल्लासमय भावना का सुंदर चित्रण किया गया। इस त्यौहार का उद्देश्य न केवल क्षेत्र की समृद्ध परंपराओं को संरक्षित करना था, बल्कि युवतियों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का एक मंच प्रदान करना भी रहा। अपने संबोधन में, प्राचार्या डॉ. पुष्पिंदर वालिया ने पंजाबी संदर्भ में तीज की सांस्कृतिक और सामाजिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला और इसे एकता, स्त्रीत्व और क्षेत्रीय विरासत की जीवंत अभिव्यक्ति के रूप में चित्रित किया।


उन्होंने समुदाय के सांस्कृतिक ताने-बाने को बनाए रखने में इस त्यौहार के महत्व और इन मूल्यों को भावी पीढ़ियों तक पहुँचाने की ज़िम्मेदारी पर भी ज़ोर दिया। डॉ. शिखा बागी ने अपने भाषण में महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने में शिक्षा और सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिक्षित और सशक्त महिलाएँ एक प्रगतिशील समाज की आधारशिला हैं। परंपराओं का सम्मान करते हुए, यह सुनिश्चित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है कि महिलाओं को सीखने, नेतृत्व करने और उत्कृष्टता प्राप्त करने के समान अवसर मिलें। कार्यक्रम का समापन पारंपरिक गीतों के साथ हुआ, जिसने एक आनंदमय वातावरण का निर्माण किया। तीज के त्यौहार जिसमें सांस्कृतिक पहचान और महिला सशक्तिकरण के सामंजस्य को खूबसूरती से दर्शाया गया।