पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में रक्षाबंधन पर शिक्षकों एवं छात्रों ने पोधों को बांधी राखी, पौधारोपण से दिया प्रकृति संरक्षण का संदेश
चंडीगढ़ (ब्यूरो) :- पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व एक विशेष और अनूठी परंपरा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी ने महिला शिक्षकों, छात्राओं और शोधार्थियों के साथ मिलकर परिसर के ‘पंचवटी’ क्षेत्र और अन्य स्थानों पर सभ्यतागत महत्व के वृक्ष—पीपल, बरगद, आंवला, शीशम और सुखचैन—को विधिवत पूजन के उपरांत रक्षासूत्र बांधा तथा मानव जीवन को संरक्षण और संसाधन प्रदान करने के लिए प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त किया। रक्षासूत्र बांधने के साथ-साथ शिक्षक आवास परिसर में 11 मौलश्री के पौधे भी लगाए गए। विशेष बात यह रही कि रक्षासूत्र बांधने से लेकर पौधारोपण तक सभी कार्य महिला शिक्षकों, बच्चों, शोधार्थियों और छात्राओं द्वारा ही संपन्न किए गए। कुलपति प्रो. तिवारी ने कहा कि रक्षाबंधन केवल भाई-बहन के प्रेम, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक नहीं है, बल्कि इसे हम प्रकृति संरक्षण से भी जोड़ सकते हैं।



जिस प्रकार हम अपने प्रियजनों की रक्षा करते हैं, उसी प्रकार हमें जीवनदायी वृक्षों की भी रक्षा करनी चाहिए, जो हमें ऑक्सीजन, भोजन, औषधियां और पर्यावरण संतुलन प्रदान करते हैं। उन्होंने सभी से पर्यावरण और वृक्षों की रक्षा का वचन लेने का आह्वान किया, ताकि आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ और सुरक्षित जीवन मिल सके।उन्होंने कहा कि वनों की कटाई और पेड़ों की कमी से पर्यावरण असंतुलित हो रहा है, ऐसे में पौधारोपण न केवल हरियाली बढ़ाता है, बल्कि स्वच्छ वायु, जैव विविधता और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करता है। शिक्षक आवास परिसर में लगाए गए पौधे भविष्य में परिसर की सुंदरता, छांव और ऑक्सीजन का महत्वपूर्ण स्रोत बनेंगे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय परिवार ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और इसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल के रूप में सराहा।