जालंधर (अरोड़ा) :- इसका उद्देश्य माताओं और शिशुओं दोनों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने में ब्रेस्ट फीडिंग की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता फैलाना था। इस अवसर पर, होम साइंस विभाग ने चार्ट और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को ब्रेस्ट फीडिंग के व्यापक लाभों के बारे में शिक्षित करना था। माँ का दूध न केवल शिशुओं के लिए पोषण का एक प्राकृतिक और संपूर्ण स्रोत है, बल्कि यह प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करता है, बचपन की सामान्य बीमारियों से बचाता है और माँ और बच्चे के बीच भावनात्मक बंधन को बढ़ावा देता है। माताओं के लिए, स्तनपान प्रसव के बाद स्वास्थ्य लाभ में सहायक होता है, ब्रेस्ट और ओवरी के कैंसर के जोखिम को कम करता है और भावनात्मक कल्याण में सहायक होता है। छात्राओं ने इन विषयों को आकर्षक पोस्टरों और चार्टों के माध्यम से रचनात्मक रूप से व्यक्त किया। बबीता ऋषि (बी.ए. सेमेस्टर तृतीय) ने प्रथम पुरस्कार, नंदिनी (बी.ए. सेमेस्टर तृतीय) ने द्वितीय पुरस्कार, दीपिका (बी.ए. सेमेस्टर तृतीय) और संतोष (बी.ए. सेमेस्टर प्रथम) ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। कॉलेज को ऐसी सार्थक पहलों के माध्यम से सामाजिक रूप से जिम्मेदार और जागरूक व्यक्तियों का पोषण करने पर गर्व है। कॉलेज की गवर्निंग काउंसिल की अध्यक्ष सरदारनी बलबीर कौर जी ने इस पहल की सराहना की। प्राचार्या डॉ. सरबजीत कौर राय ने छात्राओं को संबोधित किया और कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए होम साइंस विभाग की विभागाध्यक्ष मैडम आत्मा सिंह के प्रयासों की सराहना की।
