कहा, पंजाब सरकार द्वारा नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ,नशे की गिरफ्त में फंसे लोगों के पुनर्वास के लिए किए जा रहे ठोस प्रयास
जालंधर (अरोड़ा) :- पंजाब के बागवानी, स्वतंत्रता सेनानी एवं रक्षा सेवाए कल्याण मंत्री मोहिंदर भगत ने आज कहा कि राज्य से नशे के खात्मे के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा शुरू किया गया ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान नशे पर लगाम लगाने में कारगर साबित हो रहा है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, जिसके तहत नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों पर शिकंजा कसने के साथ-साथ नशे के खिलाफ अभियान के तहत ग्राम स्तर पर नई रणनीति लागू की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में ग्राम रक्षा समितियों, सरपंचों, युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान के सदस्यों और पुलिस अधिकारियों की मदद से ग्रामीणों को नशे के खिलाफ लामबंद किया जा रहा है। भगत ने कहा कि पंजाब सरकार का उद्देश्य नशा तस्करों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करना और नशा मुक्ति केंद्रों व पुनर्वास केंद्रों के माध्यम से नशे की लत में फंसे युवाओं को समाज में पुनः शामिल करना है, जिसके लिए सरकार बड़े पैमाने पर सार्थक प्रयास कर रही है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि नशे के खिलाफ लड़ाई हर गाँव में जमीनी स्तर पर लड़ी जाएगी। लोगों का सहयोग इस अभियान की सबसे बड़ी ताकत है। राज्य सरकार द्वारा नशे के खिलाफ शुरू किए गए अभियान में लोगों से सक्रिय सहयोग करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान ने हर ग्रामीण से अपने इलाके को नशा मुक्त बनाने के लिए आगे आने का आह्वान किया है। नशा तस्करों की जानकारी पुलिस तक पहुंचाई जाए और नशे के आदी लोगों को नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती कराया जाए। नशे के विरुद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा नशों के विरुद्ध शुरू की गई मुहिम के अंतर्गत 156वें दिन 356 स्थानों पर छापेमारी कर 87 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया, 63 एफ.आई.आर. दर्ज की गई और 967 ग्राम हेरोइन, 267 किलोग्राम चूरा पोस्त, 1,869 नशीली गोलियां/कैप्सूल बरामद किए गए। भगत ने बताया कि मुहिम के 156 दिनों के दौरान 24,592 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।