डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी में कर्नल विनोद जोशी ने विद्यार्थियों को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए किया प्रेरित

जालंधर (अरोड़ा) :- डी.ए.वी. यूनिवर्सिटी, जालंधर द्वारा आयोजित दीक्षारंभ 2025, स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम के दूसरे दिन 2 पंजाब बटालियन एनसीसी, जालंधर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विनोद जोशी द्वारा एक प्रभावशाली और प्रेरणादायक संबोधन दिया गया। “कैडेट से लीडर: एनसीसी के माध्यम से यात्रा” विषय पर बोलते हुए उन्होंने नवप्रवेशित विद्यार्थियों को साहस, अनुशासन और राष्ट्रीय सेवा की कहानियों के माध्यम से प्रेरित किया। अपने संबोधन में कर्नल जोशी ने देश निर्माण में सशस्त्र बलों की भूमिका को रेखांकित किया और बताया कि एनसीसी प्रशिक्षण किस प्रकार युवाओं में नेतृत्व कौशल, आत्मविश्वास और कर्तव्यबोध पैदा करता है। उन्होंने विद्यार्थियों को भारतीय सशस्त्र बलों में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया और एनडीए, सीडीएस एवं तकनीकी प्रवेश प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी, जो कि लड़कों और लड़कियों दोनों के लिए उपलब्ध हैं।
यह सत्र केवल प्रेरणादायक ही नहीं, बल्कि जानकारीपूर्ण भी था। कर्नल जोशी ने भर्ती हेतु पात्रता मानदंड, तैयारी की रणनीतियों और शारीरिक व मानसिक फिटनेस के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उनकी रोचक बातचीत को विद्यार्थियों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली और कई विद्यार्थियों ने एनसीसी में शामिल होने और रक्षा सेवाओं की तैयारी में रुचि दिखाई। प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार, वाईस चांसलर , डीएवी यूनिवर्सिटी, जालंधर ने कर्नल विनोद जोशी के प्रेरणादायक उपस्थित‍ि और उत्साहवर्धक शब्दों के लिए धन्यवाद प्रकट किया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के प्रति उनके समर्पण की सराहना की और युवाओं में अनुशासन तथा देशभक्ति की भावना जागृत करने के उनके प्रयासों की प्रशंसा की। प्रो. (डॉ.) एस. के. अरोड़ा, रजिस्ट्रार, डीएवी यूनिवर्सिटी ने अपने संबोधन में कहा कि दीक्षारंभ 2025 विद्यार्थियों के शैक्षणिक एवं व्यक्तिगत विकास के लिए एक समग्र आधार तैयार करने के उद्देश्य से बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कर्नल विनोद जोशी जैसे विशिष्ट व्यक्तित्वों की उपस्थिति विद्यार्थियों को भविष्य की चुनौतियों का आत्मविश्वास और जिम्मेदारी के साथ सामना करने के लिए तैयार करती है। इसके अतिरिक्त, दिन की शुरुआत डॉ. कमलजीत कौर सिद्धू, डीन, स्टूडेंट वेलफेयर द्वारा नवप्रवेशित विद्यार्थियों के गर्मजोशी भरे स्वागत के साथ हुई। उन्होंने विश्वविद्यालय की छात्र सहायता प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि डीएवी यूनिवर्सिटी न केवल शैक्षणिक स्तर पर, बल्कि भावनात्मक, सामाजिक और व्यावसायिक स्तर पर भी विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
दिनभर आयोजित सत्र विद्यार्थियों-केंद्रित दृष्टिकोण से सावधानीपूर्वक तैयार किए गए थे। डॉ. समृति खोसला ने राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) पर एक जानकारीपूर्ण सत्र लिया, जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों को सामुदायिक सेवा में भाग लेने और सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद डॉ. संदीप विज ने इंस्टिट्यूशनल इनोवेशन सेल की जानकारी दी और बताया कि यह एक ऐसा मंच है जो विद्यार्थियों में रचनात्मकता, उद्यमशीलता और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देता है तथा उन्हें अपने विचारों को हकीकत में बदलने के लिए प्रेरित करता है।
डॉ. आर. के. सेठ, कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन द्वारा विश्वविद्यालय की परीक्षा नीति पर विस्तृत सत्र लिया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को मूल्यांकन संरचना, शैक्षणिक अपेक्षाओं और आगे की योजना तैयार करने के तरीकों की जानकारी दी। दिन का समापन प्रो. ए. के. त्रिवेदी के प्रेरणादायक सत्र के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सिविल सेवाओं की यात्रा को सरलता से समझाया और इस प्रतिष्ठित करियर पथ की तैयारी के लिए व्यावहारिक सुझाव साझा किए। प्रत्येक सत्र इस प्रकार तैयार किया गया था कि विद्यार्थियों को समर्थन, जानकारी और सशक्तिकरण प्राप्त हो—जो कि डीएवी यूनिवर्सिटी की इस प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह अपने प्रत्येक विद्यार्थी की हर स्तर पर संपूर्ण देखभाल सुनिश्चित करने के लिए तत्पर है।

Check Also

लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वुमन जालंधर की एन सी सी कैडेट्स ने प्राप्त किये मैडल

जालंधर (अरोड़ा) :- लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर की 5 एनसीसी कैडेट्स संजना रंधावा, …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *