जालंधर (अरोड़ा) :- पूर्व सांसद सुशील रिंकू की धर्मपत्नी डॉ. सुनीता रिंकू ने हिमाचल प्रदेश के धर्मस्थल माता चामुंडा देवी मंदिर में पहुँचकर माता के चरणों में माथा टेका और क्षेत्र की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। दर्शन उपरांत डॉ. रिंकू ने मंदिर परिसर के आसपास विभिन्न धार्मिक संस्थाओं द्वारा लगाए गए लंगरों में पहुंचकर श्रद्धालुओं की सेवा में भाग लिया।
इस मोके डॉ. सुनीता रिंकू ने कहा कि माता चामुंडा का दरबार आस्था का केंद्र है, जहाँ श्रद्धा और सेवा एक साथ मिलती है। उन्होंने कहा कि माता के दरबार में सिर्फ दर्शन नहीं, सेवा करना भी एक सौभाग्य है। विभिन्न संस्थाएं जिस तरह समर्पित भाव से यहाँ लंगर सेवा कर रही हैं, वह सचमुच प्रेरणादायक है। उन्होंने यह भी कहा कि धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को भोजन, पानी और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने वाले लंगर सेवकों का योगदान अतुलनीय है। सेवा और समर्पण ही भारतीय संस्कृति की पहचान है और जब यह सेवा धर्म के साथ जुड़ती है तो वह और भी पुण्यकारी बन जाती है। उन्होंने सभी लंगर आयोजकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे जिस भावना से यह सेवा कर रहे हैं, वह समाज में सौहार्द और एकता का प्रतीक है। उन्होंने सभी से भक्ति और सेवा के मार्ग पर चलने की अपील की। क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने भी डॉ. रिंकू की सादगी और सेवा भाव की सराहना की। इस अवसर पर लंगर सेवा समितियों द्वारा डॉ. सुनीता रिंकू का स्वागत भी किया गया। इस मोके उनके साथ तरसेम थापा, अभि लोच, विजय कुमार, चंदन सहदेव, दीपक मखीजा, पारुल अरोड़ा, अमित कुमार, रविंदर सिंह मुद्दर, दीपक सिंह मुद्दर आदि विशेष तौर से उपस्थित थे।
