जालंधर (अरोड़ा) :- प्राचार्या डॉ. अजय सरीन के दूरदर्शी नेतृत्व में हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर ने नवाचार और छात्र सशक्तिकरण के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता को दोहराते हुए शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल (MIC) और AICTE द्वारा प्रस्तुत प्रेरणादायक श्रृंखला “Celebrating Failures” के पहले एपिसोड में सक्रिय भागीदारी निभाई। इस एपिसोड में कू (Koo) के सह-संस्थापक मयंक बिदावतका और AICTE के उपाध्यक्ष डॉ. अभय जरे के बीच एक विचारोत्तेजक संवाद प्रस्तुत किया गया। इस संवाद में उद्यमिता की ऊँचाइयों और चुनौतियों की ईमानदार चर्चा के माध्यम से धैर्य, साहस और असफलताओं से सीखने के महत्त्वपूर्ण पाठ साझा किए गए। यह आयोजन राष्ट्रव्यापी पहल “राष्ट्र प्रबल” का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य युवा नवप्रवर्तकों और नेताओं की एक मजबूत, लचीली और भविष्य-तैयार पीढ़ी का निर्माण करना है। प्राचार्या डॉ. अजय सरीन ने कहा, “विफलताओं के सामने साहस की सच्ची कहानियाँ असली सीख देती हैं। छात्रों को यह समझना चाहिए कि असफलताएँ रुकावट नहीं, बल्कि सफलता की सीढ़ियाँ हैं।” डॉ. अंजना भाटिया, डीन, इनोवेशन एंड रिसर्च तथा IIC इंचार्ज ने कहा, “यह श्रृंखला नवाचार और दृढ़ता के मूल्य को और भी सशक्त करती है। छात्रों को चुनौतियों को शिक्षक की तरह अपनाना चाहिए।” सोनिया महेन्द्रु, एनसीसी इंचार्ज, तथा श्रीमती अल्का, विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान, ने भी इस सत्र में सक्रिय भाग लिया और छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें विफलताओं को एक प्रेरक शक्ति के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया। एचएमवी के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (IIC) के सभी सदस्य इस गतिविधि में पूरे उत्साह से शामिल हुए
