नई दिल्ली में भव्य उद्घाटन कार्यक्रम के साथ राष्ट्रव्यापी प्रतिभा खोज की शुरुआत हुई जिसमें परंपरा और नवाचार का मेल होगा
दिल्ली/जालंधर (ब्यूरो) :- पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) ने पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से, नई दिल्ली स्थित पीएचडी हाउस में एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ राष्ट्रीय युवा शेफ प्रतियोगिता (एनवाईसीसी) का आधिकारिक शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य देश भर के आतिथ्य क्षेत्र के अंतिम वर्ष के छात्रों में उत्कृष्ट पाककला प्रतिभाओं की खोज, मार्गदर्शन और प्रदर्शन करना है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित, पर्यटन मंत्रालय के अपर सचिव एवं महानिदेशक, सुमन बिल्ला (आईएएस) ने भारत की लुप्त होती पाक परंपराओं को संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमारी पाक विरासत सांस्कृतिक स्मृति और क्षेत्रीय तकनीकों पर आधारित है।

हमें इन परंपराओं को सुदृढ़ करना होगा और वैश्विक उत्कृष्ट भोजन क्षेत्र में भारत की उपस्थिति का विस्तार करना होगा। उन्होंने युवा रसोइयों से रचनात्मक सोच अपनाने और अंतर्राष्ट्रीय पाककला मंच पर आत्मविश्वास के साथ भारत का प्रतिनिधित्व करने का आग्रह किया। एनवाईसीसी, भारतीय पाककला संघ (आईएफसीए) और पर्यटन एवं आतिथ्य कौशल परिषद (टीएचएससी) के सहयोग से एक संयुक्त प्रयास है, जिसका विषय है “भारतीय पाककला विरासत का उत्सव: परंपरा और नवाचार का मेल”। इसमें पूरे भारत में क्षेत्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिनका समापन जनवरी 2026 में आईएचएम पूसा, नई दिल्ली में एक भव्य समापन समारोह के साथ होगा।
क्षेत्रीय चरण के कार्यक्रम:
- उत्तरी क्षेत्र: 6 अगस्त 2025, एआईएचएम चंडीगढ़
- पूर्वी क्षेत्र: 18 सितंबर 2025, आईएचएम कोलकाता
- पश्चिम क्षेत्र: नवंबर 2025, आईएचएम मुंबई
- दक्षिण क्षेत्र: 18 दिसंबर 2025, आईएचएम कोवलम
मुख्य प्रतियोगिता के अलावा, एनवाईसीसी प्रत्येक क्षेत्रीय स्थल पर कक्षा 11 और 12 के विद्यार्थियों के लिए करियर संबंधी जानकारी देने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करेगा। इसका उद्देश्य आतिथ्य शिक्षा में नामांकन में कमी को दूर करना है। साथ ही विद्यार्थियों को वर्तमान समय के अनुकूल पाककला करियर से परिचित कराया जाएगा। कार्यक्रम में बोलते हुए पीएचडीसीसीआई की पर्यटन समिति के सह-अध्यक्ष, राजन सहगल ने एनवाईसीसी को एक आंदोलन बताया जो उद्योग व शिक्षा जगत तथा युवाओं को भारतीय पाककला का जश्न मनाने के लिए एकजुट करता है। आईएफसीए के अध्यक्ष, डॉ. शेफ मंजीत गिल ने कहा कि एनवाईसीसी केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक पुनरुत्थान है। यह भारत की विविध खाद्य विरासत को संरक्षित और आधुनिक बनाने का आह्वान है। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में शेफ सुधीर सिब्बल, शेफ अनिल ग्रोवर, राजन बहादुर (टीएचएससी), प्रो. कमल कांत पंत (आईएचएम पूसा), अमरजीत सिंह आहूजा (ली मेरिडियन) और पीएचडीसीसीआई की शालिनी एस शर्मा शामिल थे जिन्होंने प्रतियोगिता का विस्तृत रोडमैप प्रस्तुत किया। आतिथ्य क्षेत्र से जुड़े 130 से ज़्यादा संस्थानों की भागीदारी के साथ, इस आयोजन को वीनस इंडस्ट्रीज, नेस्ले प्रोफेशनल, वाघ बकरी टी ग्रुप, क्रेमिका, मैक्केन फूड्स और कई अन्य प्रमुख भागीदारों का समर्थन प्राप्त है। विजेताओं को नकद पुरस्कार, इंटर्नशिप, अंतर्राष्ट्रीय अनुभव और ‘सर्वश्रेष्ठ सस्टेनेबल डिश’ के लिए एक विशेष पुरस्कार मिलेगा।